SCO सम्मेलन में नरेंद्र मोदी ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा, इमरान खान के सामने पाकिस्तान को ठहराया आतंक का दोषी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को किर्गिस्तान के बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि आतंकवाद को प्रायोजित करने, वित्त प्रदान करने और समर्थन देने वाले राष्ट्रों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद मुक्त समाज के लिए खड़ा है।
अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान की उपस्थिति में, मोदी ने कहा कि आतंकवाद का समर्थन या वित्त पोषण करने वाले देशों को “जवाबदेह” होना चाहिए।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को मजबूत करने के लिए एससीओ के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए, मोदी ने इसका मुकाबला करने के लिए एक वैश्विक सम्मेलन का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने श्रीलंका में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘मैं पिछले रविवार को श्रीलंका की अपनी यात्रा के दौरान सेंट एंथनी गिरजाघर गया जहां मैंने आतंकवाद का घिनौना चेहरा देखा। इस आतंकवाद ने हर जगह निर्दोष लोगों की जान ली है।’’
मोदी ने एससीओ के स्थायी सदस्य के रूप में भारत के योगदान की भी चर्चा की और कहा, “भारत अब दो वर्षों से स्थायी एससीओ सदस्य रहा है और उसने अपनी सभी गतिविधियों में सकारात्मक योगदान दिया है और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एससीओ की भूमिका और विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास जारी रखेगा।”
मोदी ने शिखर सम्मेलन के पहले दिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पाकिस्तान के बारे में संक्षिप्त चर्चा करने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने जोर देकर कहा कि पड़ोसी देश के साथ शांति की दिशा में भारत के प्रयासों को “पटरी से उतार” दिया गया है। इस्लामाबाद ने “आतंकवाद से मुक्त” माहौल बनाने की दिशा में कोई पहल नही की है।
नरेंद्र मोदी के बिश्केक SCO समिट में दिए गए पूरा बयान:
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