सुपरसाइक्लोन अम्फान का प्रभाव ‘आइला से अधिक गंभीर’, बंगाल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 

Team Suno Neta Thursday 21st of May 2020 10:32 PM
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कोलकाता में अम्फान से कुछ ही घंटो पहले विक्टोरिया मेमोरियल का दृश्य। (ट्विटर से प्राप्त फोटो)

नई दिल्ली: दक्षिणी पश्चिम बंगाल में बुधवार को तबाही मचाने के बाद भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान बांग्लादेश में गुरुवार को जा कर कमज़ोर पड़ गया। इसने कितनी तबाही की, इसका आंकलन अभी भी किया जा रहा है।

नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार पिछले 24 घंटों में बंगाल में इस “सुपरसाइक्लोन” के कारण मरने वालों की संख्या 12 से बढ़कर 72 हो गई। राज्य की राजधानी कोलकाता की पानी से भरी सड़कों पर ग्यारह शव तैरते पाए गए। दक्षिण 24 परगना जिला में – जो अम्फन से सबसे प्रभावित क्षेत्र है – अब तक 27 लोगों की मौत हुई। दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों में हजारों मकान ढह गए और अनगिनत पेड़ उखड़ गए।

दसुंदरबन डेल्टा से गुजरने वाले दर्जनों शाखा-नदियों का पानी गांवों और खेतों में प्रवेश कर मकानों और हजारों हेक्टेयर खड़ी फसलों को नष्ट कर दिया। कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए जिसके कारन रास्ते अवरुद्ध हो गए। अन्य स्थानों पर सड़कों के लंबे हिस्से पानी के नीचे चले गए।

कोलकाता और इसके आसपास के क्षेत्रों सहित पश्चिम बंगाल के बड़े हिस्से गुरुवार को बिना बिजली के रहे। अधिकारियों ने कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में बिजली बहाल करने में तीन दिन लग सकते हैं।

आईला से ज्यादा गंभीर’

अधिकारियों ने कहा कि अमफान का प्रभाव चक्रवात आइला की तुलना में अधिक गंभीर था, जिसने 23 मई, 2009 को राज्य पर प्रहार किया था। आइला ने सुंदरवन क्षेत्र में पर्यावरण को बुरी तरह प्रभावित किया था। इसने डेल्टा में कई द्वीपों के सांप और पक्षी की आबादी को मिटा दिया और दर्जनों बाघों को मार डाला था।

यह क्षेत्र अभी तक 11 साल पहले आइला द्वारा किए गए नुकसान से पूरी तरह से उबरा नहीं था कि अम्फन ने वहां फिर से वार किया।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “मैंने पहले कभी ऐसी आपदा नहीं देखी। मैं प्रधानमंत्री से राज्य का दौरा करने और स्थिति देखने के लिए कहूँगी।” उन्होंने कहा कि उनके राज्य  में हुए नुकसान के बारे में आकलन करने में कई दिन लगेंगे।

बनर्जी ने कहा कि बंगाल के प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण और तूफान के बाद जो कुछ भी बचा है उनको समेटने के लिए केंद्र से बड़ी वित्तीय सहायता की आवश्यकता होगी। उन्होंने चक्रवात में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए ₹2.5 लाख के मुआवजे की घोषणा की। बनर्जी ने राहत कार्य का आकलन करने के लिए गठित एक टास्क फोर्स के सदस्यों से मिलने के बाद ₹1,000 करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की, जिसे चक्रवात के बाद रहत कार्य में जरूरत होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य की स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को बंगाल का दौरा करेंगे।

ओडिशा में नुकसान कम

ओडिशा में 89 ब्लॉकों में रहने वाले लगभग 45 लाख लोग आमफान द्वारा लाई गई लगातार बारिश और तेज हवा से प्रभावित रहे। आंधी ने पेड़ों को उखाड़ दिया और कई जगह घरों, सड़कों और गांवों को तबाह कर दिया। तूफान में दो महीने के शिशु सहित तीन लोगों की मौत हो गई।

हालांकि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया टीमों ने गुरुवार को उखड़े पेड़ों और मलबे को हटाकर सड़कों को साफ कर दिया, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में बिजली बहाल करने में थोड़ा समय लगेगा। लगभग 30 लाख बिजली उपभोक्ता इससे प्रभावित हुए हैं।

अमफान से बांग्लादेश में 12 मौत

बांग्लादेश से मिली रिपोर्टों में कहा गया है कि अमफान ने देश के खुलना और बरिशाल सबडिवीज़न के नौ जिलों  में दस लाख से अधिक लोगों को प्रभावित किया है। चक्रवात से बुधवार को देश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में कम से कम 12 लोग मारे गए और लगभग 2.20 लाख घर क्षतिग्रस्त हो गए।

अधिकारियों ने कहा कि अम्फान ने 1.76 लाख हेक्टेयर भूमि पर खड़ी फसलों, सब्जियों और फलों को नष्ट कर दिया, लाखों पेड़ उखाड़ दिए और तूफान ने अपने रास्ते में आई मछली के फार्मों को नुकसान पहुंचाया।

रिपोर्टो में कहा गया है कि तटीय जिलों में 200 से अधिक पुल और पुलिया क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लगभग 100 गाँव डूब गए।


 
 

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