#MeToo: एम जे अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज किया 

Team Suno Neta Monday 15th of October 2018 12:58 PM
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एम जे अकबर

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर ने सोमवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दायर कराया हैं।  रमानी और 10 अन्य महिलाओं ने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मंत्री ने अपने एडवोक्टे करंजवाला और कंपनी के माध्यम से रमानी के खिलाफ कथित आरोपों पर अपना पहला आधिकारिक बयान जारी करने के एक दिन बाद यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया।

विदेश मामलों के राज्य मंत्री अकबर ने रामानी पर “जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण रूप से” अपमानित करने का आरोप लगाया है और धारा 499 (मानहानि) और 500 भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 500 के तहत रमनी को नोटिस जारी करने की मांग की है। IPC की धारा 500 के तहत आरोपी को 2 साल तक की सजा या जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है।

अकबर ने रविवार को एक बयान में कहा था कि “एक एजेंडा की पूर्ति के तहत” उनके ऊपर आरोप लगाया जा रहा है। उस बयान में अकबर ने अनुचित व्यवहार, यौन उत्पीड़न और अपने खिलाफ छेड़छाड़ के आरोपों को “झूठी और गढ़ी हुई” बता बताकर कर खारिज कर दिया। उन्होंने सवाल पूछते हुए लहजे में कहा कि “आम चुनाव से कुछ महीने पहले यह बातें क्यों उठ रही हैं ? क्या यह कोई एजेंडा है? आप ही फ़ैसला करें।”

रमानी पहली महिला थीं जिन्होंने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। 8 अक्टूबर को एक ट्वीट में, उन्होंने खुलासा किया था पिछले साल कि एक लेख जिसमे  एक संपादक के बारे में एक नौकरी साक्षात्कार को अपने होटल के कमरे में आमंत्रित किया और उसे बिस्तर पर बैठने के लिए कहा था, वह संपादक अकबर था।

अकबर द्वारा अपने खिलाफ आपराधिक मानहानि के आरोपों का जवाब देते हुए पत्रकार प्रिया रमानी ने कहा है कि वह “सच्चाई ही उनका सिर्फ बचाव कर सकता है” और वह मुकदमा लड़ने के लिए तैयार हैं।

अकबर ने मुकदमा दायर करने के बाद रमनी ने यह बयान  ट्वीट किया:

#MeToo आंदोलन ने भारत में एक गति ली है जबसे मनोरंजन उद्योग और पत्रकारिता जगत से कई महिलाएं उन पुरुषों का नाम सोशल मीडिया में लेना शुरू किया जिन्होंने मुख्य रूप से कार्यस्थलों पर उन पर कथित यौन उत्पीड़न किया हैं।


 

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