गढ़चिरौली माओवादी हमला: महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा के पास IED विस्फोट में 15 जवानों की मौत
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में काम से काम 15 पुलिसकर्मियों सहित 16 लोगों की बुधवार को माओवादियों ने एक हमले में हत्या कर दी। यह हमला उस समय हुआ जब कुरखेड़ा पुलिस स्टेशन की त्वरित-प्रतिक्रिया टीम (QRT) के एक दल करीब 12.30 बजे लेंदरी नामक एक नहर के पास एक निजी वाहन पर एक जंगली इलाके से गुजर रहा था। नक्सलियों ने एक विस्फोटक उपकरण (IED) का उपयोग कर एक विस्फोट किया जिससे उनका गाड़ी का चीथड़े उड़ गए।
15 जवानों के साथ हमले में बस का ड्राइवर भी मारा गया। इस हमले के कुछ घंटे पहले माओवादियों ने उस इलाके में करीब 30 वाहनों को आग लगा दी थी।
एक दशक में इलाके में सुरक्षा बलों पर यह सबसे बड़ा हमला है। 2009 में माओवादियों ने तीन अलग-अलग हमलों में 51 जवानों को मार डाला था।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) अंकुश शिंदे ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा, "माओवादी अच्छी तरह से जानते थे कि 27 वाहनों के जलने की खबर मिलते ही पुलिस दल जल्द ही अभियान शुरू करेंगे ... उनकी हमले कि योजना पहले से ही बनाई थी।"
हालांकि शिंदे ने यह भी कहा कि पुलिस ने QRT को क्षेत्र में जल्दबाज़ी में नहीं भेजा। उन्होंने कहा, "हम ऐसे स्थानों पर तुरंत नहीं जाते हैं क्योंकि यह हमेशा घात के खतरे से भरा होता है। मुझे इस बारे में ग्रॉउंड रिपोर्ट लेनी होगी कि QRT कहा जा रही थी।”
हमला माओवादियों के "शहीद सप्ताह" के समापन के तुरंत बाद हुआ। 22-23 अप्रैल 2018 को नक्सलियों ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ एक भयंकर मुठभेड़ में अपने 40 कैडर खो दिए थे। तब से विद्रोहियों ने अपने साथी माओवादियों की हत्याओं का बदला लेने की प्रण ले रखा था।
इससे पहले बुधवार को वामपंथी उग्रवादियों ने पड़ोसी गोंदिया जिले में पुरादा गांव के पास सड़क निर्माण करने वाली कंपनी के कम से कम 27 वाहनों को आग लगा दी थी। पुलिस का कहना है यह हमला भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के उत्तर गढ़चिरौली डिवीजन द्वारा किए गया हैं।
हमले की निंदा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि जवानों के बलिदान को भुलाया नहीं जाएगा।
Strongly condemn the despicable attack on our security personnel in Gadchiroli, Maharashtra. I salute all the brave personnel. Their sacrifices will never be forgotten. My thoughts & solidarity are with the bereaved families. The perpetrators of such violence will not be spared.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2019
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने नाराज़गी व्यक्त की और "मजबूत प्रयासों" के साथ नक्सली "खतरे" से लड़ने की प्रण लिया।
Anguished to know that our 16 police personnel from Gadchiroli C-60 force got martyred in a cowardly attack by naxals today.
— Chowkidar Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) May 1, 2019
My thoughts and prayers are with the martyrs’ families.
I’m in touch with DGP and Gadchiroli SP.#Gadchiroli
इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। फडणवीस के तत्काल इस्तीफे की मांग करने के अलावा, उन्होंने ट्विटर पर कहा, "अगर जनता की राय से शर्म नहीं आती तो वे अंतरात्मा की शर्म महसूस करते हैं। लेकिन आज जो लोग सत्ता में हैं, वे ऐसा नहीं करते हैं।”
महाराष्ट्रात नक्षलवाद्यांच्या कारवाया नित्याची बाब झाली आहे. राज्यकर्त्यांकडून नक्षलग्रस्त भागातील कायदा व सुव्यवस्थेकडे दुर्लक्ष झाल्याचा हा परिणाम आहे. महाराष्ट्र दिनी गडचिरोलीतील जांभूरखेडा भागात नक्षलवाद्यांनी पेरलेल्या भुसुरुंगाच्या स्फोटात १६ एसआरपीएफ जवान मृत्यूमुखी पडले. pic.twitter.com/JMR2YqoIC5
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) May 1, 2019
गौरतलब हैं कि गढ़चिरौली का कुरखेड़ा क्षेत्र लंबे समय से अपेक्षाकृत शांत रहा है। इस हमलें से सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ महाराष्ट्र के राजनेताओं को भारी झटका लगा है।
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