उपराज्यपाल किरण बेदी से ‘गतिरोध’ के चलते पुडुचेरी के मुख्यमंत्री ने राज निवास के बाहर मंत्रियो संग रात भर दिया धरना 

Team Suno Neta Thursday 14th of February 2019 05:27 PM
(17) (9)

पुडुचेरी CM नारायणसामी राज निवास के बाहर मंत्रियो संग धरना देते हुए। 

नई दिल्ली: केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में सरकार और उपराज्यपाल के बीच गतिरोध शुरू हो गया है। वहां की कांग्रेस सरकार और उपराज्यपाल किरण बेदी के बीच हुए विवाद के कारण मुख्यमंत्री नारायणसामी ने अपने मंत्रियों के साथ राज निवास के सामने रात बिताई।

राज निवास के बाहर धरने पर बैठे मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने उपराज्यपाल किरण बेदी पर अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा ,“वो सरकार की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में भी हस्तक्षेप कर रही हैं। मुख्यमंत्री का कहना है कि उन्हें कोई शक्ति नहीं है, उन्हें केवल एक पोस्ट ऑफिस के तौर पर होना चाहिए, जिसे मंत्रिपरिषद द्वारा भेजा गया है, उन्हें कैबिनेट के फैसलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है, वह फैसले को वीटो कर रही हैं।” सामी ने केन्द्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी सरकार के लिए समस्याएं पैदा करने के लिए उन्हें प्रधानमंत्री द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है।

किरण बेदी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और उनकी सरकार की मांग है कि केंद्र सरकार किरण बेदी को वापस बुलाए। मुख्यमंत्री पुडुचेरी में हेल्मेट संबंधी नियमों को लागू किए जाने के तरीके का विरोध कर रहे हैं और केंद्र सरकार से उनकी मांग है कि इस फैसले को भी वापस लिया जाए। नारायणसामी, उनके मंत्री और पार्टी विधायक बुधवार रात राज निवास के करीब फुटपाथ पर सोये थे। उन्होंने अपना विरोध जताने के लिये काली शर्ट पहनी थी। मुख्यमंत्री की मांग है कि मुफ्त चावल बांटने की योजना सहित 39 सरकारी प्रस्तावों को उपराज्यपाल मंजूरी दें। सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं द्रमुक की विभिन्न शाखाओं के पदाधिकारी भी प्रदर्शन में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है, “उप-राज्यपाल के सामने 39 मुद्दे उठाए गए हैं और उन्हें तत्काल हल करने की मांग की गई है। क्षेत्र के विकास और लोगों के लिए जरूरी इन मुद्दों पर अबतक कोई जवाब नहीं मिला है, ऐसे में मैं, मेरे मंत्री और विधायक राज निवास के सामने पुडुचेरी के लोगों के लिए धरने पर बैठे हैं।”

इस मामले पर किरण बेदी ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है, “आपको अपने पत्र का उत्तर मिलने का इंतजार करना चाहिए था लेकिन आप गैरकानूनी तरीके से राज निवास में जवाब मांगने चले आए। आप जिस पद पर हैं, उसके लिए यह तरीका सही नहीं है। आपने पत्र में जो भी मुद्दे लिखे हैं, उनपर विचार करने के बाद जवाब दिया जा सकता है। आपने यह भी जिक्र नहीं किया था कि यदि आपको जवाब नहीं मिलता है तो आप अपने साथियों के साथ धरने पर बैठ जाएंगे। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि 21 फरवरी को विस्तृत चर्चा के लिए आइए।”


 
 

रिलेटेड

 
 

अपना कमेंट यहाँ डाले