झारखंड के गुमला में गुस्साई भीड़ ने ली जान, घायल हुए 3 लोगों पर भी केस
नई दिल्ली झारखंड के गुमला जिले में गोहत्या के शक में आदिवासी समुदाय के एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया यह घटना बुधवार रात जुरमू गांव में घटी। जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान प्रकाश लकड़ा (50) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि जुरमू गांव में आदिवासी समुदाय के 4 लोग एक मरे हुए बैल का मांस काट रहे थे। इस दौरान जैरागी गांव के कुछ लोगों ने उन्हें देखा और उनके साथ हाथापाई करने लगे।
छोटा नागपुर रेंज के डीआईजी ओमकर अमोल वेणुकांत ने बताया, ‘‘यह घटना छत्तीसगढ़ सीमा के पास डुमरी पुलिस स्टेशन से लगभग 20 किलोमीटर दूर हुई।’’ घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल गुमला भेज दिया गया। तीनों खतरे से बाहर हैं। मॉब लिंचिंग में मारा गया प्रकाश और अन्य घायल जुरमू गांव के निवासी हैं जबकि हमलावर पड़ोसी गांव जैरागी के हैं। जुरमू और जैरागी गांव एक पहाड़ी नदी पर स्थित पुल के आर-पार है। प्रकाश की मौत की सूचना मिलते ही जुरमू के ग्रामीण आक्रोशित हो गए। वे गांव में ही धरने पर बैठ गए।
वृद्ध की मौत व जुरमू के ग्रामीणों के धरने पर बैठने की जानकारी मिलते ही एसपी अंजनी कुमार झा जैरागी गांव पहुंचे। वहां उन्होंने मामले की पड़ताल की। जैरागी गांव के लोगों का पक्ष जाना। दूसरी ओर एसडीपीओ चैनपुर कुलदीप कुमार समेत चैनपुर, डुमरी व जारी थानों के प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ जुरमू गांव पहुंचे। उन लोगों ने धरने पर बैठे लोगों को समझाने का प्रयास किया। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए डीआइजी एवी होमकर भी गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंचे। एसपी के साथ जैरागी और जुरमू गांवों का दौरा किया। घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था कराई। दोषियों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। डीआइजी ने बताया कि गुमला के एसपी ने सच्चाई सामने लाने के लिए अपने नेतृत्व में एसआइटी गठित की है। एसआइटी में चैनपुर के एसडीपीओ, अंचल निरीक्षक और थाना प्रभारी, डुमरी और जारी के थाना प्रभारी शामिल हैं। चैनपुर के एसडीओ सत्यप्रकाश ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।
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