कुलभूषण जाधव मामला: भारत ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में पाक द्वारा अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने पर जताया विरोध
दीपक मित्तल
नई दिल्ली: भारत ने बुधवार को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान के वकील द्वारा इस्तेमाल की गई अपमानजनक भाषा पर कड़ी आपत्ति जताई। आपत्ति में संयुक्त राष्ट्र की कोर्ट में एक रेडलाइन बनाने का आग्रह किया गया।
भारत के पूर्व महाधिवक्ता हरीश साल्वे ने ICJ के समक्ष भारत के मामले को पेश करते हुए सुनवाई के दूसरे दिन पाकिस्तानी वकील खावर कुरैशी के माध्यम से पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल की गई अपमानजनक भाषा पर अदालत का ध्यान आकर्षित किया।
इस कोर्ट में गूँजने वाली भाषा शायद कुछ सुर्खियाँ बटोर सकती है। प्रतिलेख में बेशर्म, बकवास, अपमानजनक जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। साल्वे ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के वकील की अपमानजनक भाषा का जोरदार विरोध किया है।
कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने जनसुनवाई का दूसरा दौर शुरू किया। गौरतलब है कि भारत की ओर से दीपक मित्तल और वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ICJ में अपना पक्ष सोमवार को रखा था। मंगलवार को पाकिस्तान के द्वारा कोर्ट में दलील दी गयी। भारतीय नौसेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को अप्रैल 2017 में एक बंद मुकदमे के बाद "जासूसी और आतंकवाद" के आरोप में पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। उनकी सजा पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। अब भारत और पाकिस्तान दोनों बुधवार और गुरुवार को क्रमशः मौखिक तर्कों का दौर किया। इसके बाद चार दिवसीय सुनवाई गुरुवार को पाकिस्तान के समापन तर्कों के साथ समाप्त हो जाएगी।
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