स्मृति ईरानी के डिग्री विवाद पर चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस, बताया झूठ बोलने वाली नेत्री 

Shruti Dixit  Friday 12th of April 2019 11:08 PM
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स्मृति इरानी के खिलाफ कांग्रेस ने की शिकायत

नई दिल्ली कांग्रेस ने आम चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के चुनावी हलफनामे में शैक्षणिक योग्यता को लेकर कथित तौर पर “गलत जानकारी” देने के खिलाफ शुक्रवार को चुनाव आयोग का रुख किया और इन पर कदम उठाने का आग्रह किया। चुनाव आयोग के समक्ष प्रतिवेदन देने के बाद पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, “प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष जिस प्रकार से सेना को सस्ती राजनीति में खींच रहे हैं वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह से सेना का राजनीतिकरण आजाद भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ। सेना को सस्ती राजनीति में खींचना सिवाय नरेंद्र मोदी और अमित शाह के किसी ने नहीं किया।”

उन्होंने कहा, ‘‘हमने चुनाव आयोग से कहा है कि किसी भी पार्टी का नेता अगर प्रतिबंधित बात करता है तो उसे पहली बार में चुनाव प्रचार से एक दिन के लिए उस पर पाबंदी लगा दी जाए। इसके बाद जब भी ऐसा करे उस पर उतने ही दिन का प्रतिबंध लगे।” “इरोज़ नाउ” नामक प्लेटफॉर्म पर चल रहे प्रधानमंत्री से जुड़ी वेब सीरीज के बारे में सिंघवी ने कहा, “हमने कहा है कि इसमें सिर्फ नरेंद्र मोदी को हीरो की तरह दिखाया गया है। हमने मांग की है कि इसे प्रतिबंधित किया जाए।”

स्मृति ईरानी के चुनावी हलफनामे का उल्लेख करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “समस्या यह नहीं है कि कोई कितना पढ़ा है, लेकिन जब कोई इस देश की प्रजातांत्रिक प्रणाली को धोखा देकर, झूठ बोलकर जनता की आंख में धूल झोंकने की कोशिश करती हैं तो दिक्कत है।” उन्होंने दावा किया, “मंत्री ने अलग अलग चुनावी हलफनामे में अलग अलग जानकारी दी है। एक मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी। न देश के प्रधानमंत्री की डिग्री का पता और न ही उनकी इस मंत्री की डिग्री का पता नहीं है।” सुरजेवाला ने कहा कि हमने कहा है कि यह कादाचार है। उनका नामांकन खारिज करना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ईरानी का मज़ाक उड़ाते हुए “क्योंकि सास भी कभी बहु थी” सीरियल के गाने को पैरोडी करते गए “क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी” गुनगुनायी

दरअसल, हलफनामे में उच्चतम शिक्षा के कॉलम में स्मृति ईरानी ने लिखा – दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (पत्राचार) से “बैचलर ऑफ कॉमर्स पार्ट-1” का ज़िक्र किया। इस कोर्स कोर्स का वर्ष उन्होंने 1994 लिखा है। इसका अर्थ है कि उन्होंने इस साल यह डिग्री कोर्स शुरू किया था लेकिन इसे पूरा नहीं किया। उन्होंने कोष्टक में लिखा है कि “तीन साल की डिग्री कोर्स अपूर्ण।” हलफनामे के अनुसार ईरानी ने 1991 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की, 1993 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी।


 
 

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