EVM को लेकर चुनाव आयोग से मिलने के बाद विपक्षी पार्टी YSRCP और TRS को मानाने की कोशिश में जुटीं 

Amit Raj  Wednesday 22nd of May 2019 11:18 AM
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के चंद्रशेखर राव (बाएं) और जगनमोहन रेड्डी।

नई दिल्ली: कथित इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) अनियमितताओं पर चर्चा के लिए मंगलवार को मिले 20 से अधिक विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) को सत्ता से बाहर रखने के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया। सूत्रों ने कहा कि इन दलों में से अधिकांश NDA के पांच वर्षों के दौरान विपक्षी पार्टियों के संपर्क में थे, अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) की तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) और जगनमोहन रेड्डी की युवजन श्रमिका रायथु कांग्रेस पार्टी (YSRCP) को भी शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

दोनों दलों में से कोई भी एक, इस समूह का हिस्सा बनने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। माना जा रहा है कि आंध्र प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन कर रहे जगनमोहन रेड्डी 23 मई को आने वाले नतीजों से पहले किसी भी दल के साथ खड़े नजर नहीं आना चाहते। रेड्डी नतीजों से पहले अपना पत्ता नहीं खोलना चाहते हैं। हालांकि, एग्जिट पोल में YSRCP को तेलुगु देसम पार्टी (TDP) से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। ऐसे में कांग्रेस की कोशिश है कि जगन को अपने साथ लाया जाए।

रिपोर्टों के अनुसार “इन दोनों पार्टियों के सामने उप-प्रधानमन्त्री की कुर्सी का प्रस्ताव दिया जा सकता है बशर्ते परिस्थिति और परिणाम अनुकूल हो।”

विपक्ष की वार्ता के प्रमुख नेता आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू (TDP) हैं। पिछले कुछ दिनों में KCR ने चेन्नई में द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) प्रमुख स्टालिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (जनता दाल (सेक्युलर) (JD(S))) और केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM)) से मुलाकात की थी जिससे कथित तौर पर एक गैर-कांग्रेस और गैर- भाजपा “संघीय मोर्चे” की फिर से उम्मीद जगी थी। कुमारस्वामी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिए समर्थन में हामी भरी और स्टालिन ने कथित तौर पर केसीआर को समूह का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करते हुए कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए DMK की प्रतिबद्धता दोहराई।

सूत्रों ने कहा कि YRSCP और TRS दोनों ही परिणामों के बाद से विपक्षी दलों के संपर्क में हैं। भाजपा, NDA गठबंधन में सीटों की संख्या को बढ़ावा देने के लिए दोनों दलों पर नज़र बनाये है। यह मत्वपूर्ण है क्यूंकि कई एग्जिट पोल में NDA बहुमत के आंकड़े से पीछे दिखाई देती है।

निवर्तमान लोकसभा में TRS के 10 सदस्य और YSRCP के चार हैं। आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 20 और तेलंगाना में 15 सीटें हैं।

एग्जिट पोल ने आंध्र प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनावों में YRSCP को फायदा होते हुए दिखाया है वहीँ तेलंगाना में, एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की कि TRS प्रमुख पार्टी बनी रहेगी।

एक विपक्षी नेता ने कहा: “हममें से कोई भी एग्जिट पोल के आंकड़ों पर विश्वास नहीं करता है। आज की बैठक में सभी दल के प्रतिनिधि काफी उत्साहित थे। अब जब मतदान समाप्त हो गया है, पार्टियों के बीच बहुत तालमेल है। हम समझते है की हमें तेज़ी से कार्य करना चाहिए ताकि हम आंध्र-तेलंगाना की पार्टियों को अपने दल का हिस्सा बना सके इससे पहले की भाजपा आंध्र-तेलंगाना की पार्टियों तक पहुंचे। पार्टी के नेता लगातार संपर्क में हैं और हम में से अधिकांश 23 मई की शाम को दिल्ली आएंगे और मजबूत सर्कार की नींव रखेंगे।”


 
 

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