जम्मू-कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री वाले बयान पर उमर बनाम नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला द्वारा राज्य में अलग प्रधानमंत्री की व्यवस्था को दोबारा बहाल कराने की बात कहने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और महागठबंधन में शामिल दलों से कई सवाल पूछे हैं। प्रधानमंत्री ने तेलंगाना में अपनी एक रैली के दौरान उमर के बयान के बहाने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को आड़े हाथों लेते हुए दलों से पूछा है कि क्या कारण है कि उनका साथी दल इस तरह की बात बोलने की हिम्मत कर रहा है।
मोदी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि कश्मीर के लिए एक अलग प्रधानमंत्री होना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि हिंदुस्तान के लिए दो प्रधानमंत्री? क्या आप इससे सहमत हैं? कांग्रेस को जवाब देना होगा और महागठबंधन के सभी सहयोगियों को जवाब देना होगा। क्या कारण हैं और उन्हें ऐसा कहने की हिम्मत कैसे हुई।
मोदी ने कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और राकांपा प्रमुख शरद पवार से भी पूछना चाहते हैं कि क्या वे उमर अब्दुल्ला के बयान से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि मैं बंगाल की दीदी से पूछना चाहता हूं जो काफी शोर मचाती हैं, क्या आप इससे सहमत हैं? जनता को जवाब दीजिये। नेशनल कॉन्फ्रेंस आपकी दोस्त है।
आंध्रप्रदेश में एक यू-टर्न बाबू हैं। ये यूटर्न (चंद्रबाबू) बाबू से जिनके साथ हाल में फारुक अब्दुल्ला ने आंध्र प्रदेश में प्रचार किया था, उन्हें भी जवाब देना चाहिए। क्या आप मानते हैं कि नायडू को वोट मिलने चाहिए? PM मोदी ने कहा कि राकांपा के शरद पवार और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा जिनके पुत्र कर्नाटक के मुख्यमंत्री हैं, उन्हें भी जवाब देना चाहिए। क्या आप उनके साथ जाना चाहेंगे? क्या उनसे अलग होंगे? पीएम ने भाषण में आगे कहा कि वो कहते हैं कि हम घड़ी की सुई पीछे ले जाएंगे और 1953 के पहले की स्थिति पैदा करेंगे और हिंदुस्तान में दो पीएम होंगे। कश्मीर का पीएम अलग होगा। जवाब कांग्रेस को और महागठबंधन के सभी पार्टनरों को देना होगा कि क्या कारण है कि उनका साथी दल इस तरह की बात बोलने की हिम्मत कर रहा है।
कुछ दिन पहले उनके एक उम्मीदवार ने भारत को गाली देने की कोशिश की थी, लेकिन कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रेंस इसपर चुप बैठे हैं। इन लोगों को मैं कहना चाहता हूं कि कान खोलकर सुन लीजिए। जब तक मोदी है आपकी साजिशों को कामयाब नहीं होने देगा।
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