इंदौर में अज्ञात वायरस से चार महीनों में 64 लोगों की मौत
नई दिल्ली: स्वाइन फ्लू के समान लक्षण दिखाने वाले एक अज्ञात वायरस ने पिछले चार महीनों में इंदौर शहर और आसपास के जिलों में 64 लोगों की जान ले ली है। अधिकारियों के मुताबिक भोपाल में वायरोलॉजी लैब में भेजे गए कुल संदिग्ध नमूनों में 39 स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए, जिससे 13 मौतें हुई। 350 डेंगू पॉजिटिव पाए गए जिससे एक व्यक्ति की मौत हुई। हालाँकि एक वायरस है जिसकी पहचान अभी बाकी है और इसने 64 जिंदगियों निगल लिया है।
ऐसे समय में जब राज्य में स्वाइन फ्लू से 72 लोगों की मौत हो चुकी है, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे ने स्वाइन फ्लू के फ़ैलाव में किसी भी तरह के बदलाव से इनकार किया है।
IDSP अधिकारी डॉ अमित मालाकार ने कहा कि हर साल स्वाइन फ़्लू वायरस अपने जीन्स को बदलता है तो यह स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहचाना जाता है और उसके अनुसार एंटीवायरल दवाएं अपडेट की जाती हैं।
डॉ मालाकार ने कहा, “2015 में वायरस की पहचान कैलिफ़ोर्निया स्वाइन फ़्लू के रूप में की गई थी इस वायरस का नाम जहां पहली बार H1N1 से हुई मौत हुई थी उस जगह के नाम पर रखा गया था। अगले दो वर्षों में मिशिगन H1N1 इन्फ्लुएंजा के रूप में पहचाने जाने वाले वायरस के एक नए रूप में उत्परिवर्तन हुआ।”
इस वर्ष वायरस की पहचान नहीं की गई है, जिसके कारण कई मौतों, नमूनों में स्वाइन फ्लू या डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है।
डॉक्टर ने कहा, “इन 64 रोगियों के नमूने में वायरस की एक सामान्य प्रकृति पाई गई है, हालांकि, वायरस के प्रकार की पहचान अभी नहीं की गई है। ज्यादातर मामलों में यह पाया गया कि रोगी सर्दी और खांसी से पीड़ित थे। लक्षण स्वाइन फ्लू के समान थे। वायरस शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है जिससे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।”
अधिकारियों ने कहा कि हाल ही में H1N1 के बजाय नमूनों में H2N3 पॉजिटिव पाए गए और स्वाइन फ्लू पॉजिटिव रोगियों को दी गई दवाएं प्रभावी नहीं थीं।
अब तक 510 H1N1 संदिग्ध नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं, जिनमें से 39 नमूने पॉजिटिव पाए गए। 16 नमूनों की रिपोर्ट अभी भी लंबित है।
अपना कमेंट यहाँ डाले