कोलकाता में युद्ध-विरोधी रैली के दौरान कार्यकर्ताओं पर हमला किया, ममता बनर्जी ने हमलावरों को दी कड़ी चेतावनी
नई दिल्ली: कोलकाता में एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ डेमोक्रेटिक राइट्स (APDR) नामक एक अधिकार समूह के सदस्यों पर बुधवार को युद्ध-विरोधी रैली के दौरान लोगों के एक समूह द्वारा हमला किया गया। हमला करने वाले लोगों ने उन पर आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखने का आरोप लगाया था। यह सब पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर आता है, जिसमें CRPF के 40 से अधिक जवान मारे गए थे।
हमला करने वाले लोगों ने रैली को ब्लॉक करने की कोशिश की और रैली करने वालों को “देश-विरोधी” कहा। इतना की नहीं उन्हें “पाकिस्तान जाने” के लिए भी कहा। पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा तब जाके लोगों को मौके से हटाया गया।
APDR ने दावा किया कि हमले के पीछे भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का हाथ था। APDR संस्था ने कोलकाता के में कॉलेज स्ट्रीट और एस्प्लेनेड के बीच 2.8 किमी पैदल मार्च के दौरान दोनों देशों के बीच शांति की मांग करते हुए नारेबाजी की थी। APDR कार्यकर्ता सुजाता भद्रा ने कहा, “हमले के पीछे भाजपा और RSS हैं। हम इसकी निंदा करते हैं। हम इस सरकार से (केंद्र में) डरते नहीं हैं। हमें विचार रखने का पूरा अधिकार है। हमें उम्मीद है कि पुलिस ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।”
आरोपों से इनकार करते हुए RSS नेता जिष्णु बसु ने कहा, “RSS को हर चीज के लिए दोषी ठहराना एक फैशन बन गया है।”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “जब पूरा देश आतंक के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होता है, तब कोई संगठन इस तरह की रैली निकालता है तो उसे आम जनता से इस तरह के संघर्ष का सामना करना पड़ता है।"
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं के खिलाफ ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। उन्होंने पुलिस से उन रैली पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा।
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