ममता बनर्जी ने कहा ‘पुलवामा हमले से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार क्या कर रहे थे’
शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर आतंकी हमले की बात कही जिसमें दावा किया कि 42 जवानों की जान खुफिया विफलता के कारण गई है और मांग की गई कि मारे गए जवानों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी शोक मनाया जाए।
पत्रकारों से बात करते हुए ममता ने कहा, “हमें यह जानने का अधिकार है कि वास्तव में क्या हुआ था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) क्या कर रहे थे? हमले से पहले कुछ पता क्यों नहीं चला? इतने सारे जवान क्यों मारे गए? ये केवल मेरे ही नहीं लोगों के सवाल हैं। यह वास्तव में एक खुफिया विफलता है। इतने सारे वाहन एक साथ क्यों जा रहे थे?”
उन्होंने कहा कि केंद्र CRPF जवानों के लिए राष्ट्रीय शोक की घोषणा क्यों नहीं कर रहा है और कहा कि क्या शोक केवल तब होगा जब राजनीतिक नेता मरेंगे? मैं सैनिकों के अंतिम बलिदान के लिए 72 घंटे के शोक की मांग करती हूं। ममता ने कहा कि हम इस घटना के साथ राजनीति नहीं करना चाहते हैं यही कारण है कि हमने कुछ नहीं कहा। TMC देशवासियों और हमारे जवानों के प्रति सभी एकजुटता व्यक्त करना चाहते हैं। मैं अपने जवानों को सलाम करती हूं। पुलवामा हमला एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।
अपना कमेंट यहाँ डाले