गुजरात प्रवासी-विरोध हिंसा: ‘परेशान’ अल्पाश ठाकुर ने कहा ‘हमने गलती की हो सकती है’
कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को सद्भावना उपवास शुरू किया। अल्पेश ने इसमें यूपी-बिहार के मुख्यमंत्रियों से भी शामिल होने की अपील की।
ठाकोर – जो गुजरात खत्रिया ठाकोर सेना (GKTS) का मुखिया भी है और अपने को ठाकोर समुदाय का नेता कहता हैं – ने कहा कि उनके उपवास के पीछे कारण यह था कि वह “परेशान” थे क्योंकि प्रवासियों के खिलाफ हिंसा के संदर्भ में उनके और पार्टी के सदस्यों के नाम सामने आए थे।
ठाकोर ने अहमदाबाद के रानीप इलाके में समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा: “मैं सद्भावना उपवास कर रहा हूं क्योंकि मेरे गुजरात की छवि खराब हो रही है। हम (ठाकोरों) ने गलती की हो सकती है। हम दुखी हैं, लेकिन गरीबों को परेशान करने या दुर्व्यवहार करने की हमारी संस्कृति नहीं है। गुजरात में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। यहां किसी पर हमला नहीं हुआ बल्कि सोशल मीडिया की वजह से माहौल खराब हो रहा है। हमने कभी क्षेत्रवाद को समर्थन नहीं दिया और न ही आगे कभी देंगे।“
दरलसल, गुजरात के साबरकांठा जिले में 28 सितम्बर को 14 महीने की बच्ची के बलात्कार की घटना पर बिहार के एक मजदूर को गिरफ्तार किए जाने के बाद से गुजरात के छह जिलों में हिंदी भाषी लोगों के खिलाफ हिंसा की विकीर्ण घटनाएं हुई हैं। हमलों के बाद 60 हजार से अधिक प्रवासियों को गुजरात से पलायन करना पड़ा है जिनमें अधिकतर उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के हैं।
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