जन आधिकार पार्टी की छात्र इकाई ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के आवास का घेराव किया और मुख्य गेट पर कालिख पोत दी ।
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से हो रही बच्चों की लगातार मृत्यु के विरोध में जन आधिकार पार्टी की छात्र इकाई ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के आवास का घेराव किया।स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने मंत्री के आवास में जमकर तोड़फोड़ की एव उनके मुख्य गेट पर कालिख पोत दी।प्रदर्शनकारियों ने बच्चों के प्रति सरकार के उदासीन तथा गैर-जिम्मेदाराना रवैये को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।बता दें कि मुजफ्फरपुर में दिमागी बुखार से एक हफ्ते में 60 से ज्यादा मासूम बच्चों की जान जा चुकी है और करीब 100 बच्चे जिले के एसकेएमसीएच अस्पताल में भर्ती हैं। गौरतलब है कि सरकार और डॉक्टर दोनों के बीच मौतों के कारणों को लेकर मतभेद की स्थिति देखने को मिल रही है।इन्ही सभी कारणों के मद्देनजर जाप की छात्र इकाई के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि सरकार इतने सालों से क्या कर रही है? जब पिछले 9 सालों से जिले में हर वर्ष इस बीमारी से बच्चों की जान चली जाती है तो अबतक सरकार ने इसको रोकने के उपाय क्यों नहीं किए? यह सरकार का प्रदेश के बच्चों के प्रति उदासीन और गैर-जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाता है।
हालांकि केंद्र सरकार की सात सदस्यीय टीम भी इस मामले की गंभीरता से अध्ययन कर रही है। और राज्य सरकार को हर संभव मदद करने का वादा कर चुकी है। लेकिन फिर भी बच्चों की मृत्यु का सिलसिला जारी है।ऐसा नही है कि यह सिर्फ इसी वर्ष देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ वर्षों में ऐसी घटनाएं लगातार देखने को मिल रही है, लेकिन सरकार इससे सबक लेने के बजाय इसपर लीपापोती ही करते आयी है
आप को बता दे की बिहार के कल्चर मिनिस्टर श्री प्रमोद कुमार जी ने तो बच्चो के मौत को एक्सीडेंट बताया उनका की जैसे सावधानी नहीं बरतने से लोगो का एक्सीडेंट हो जाता है वैसे ही ये भी हो गया। वही हमारे देश के स्वास्थ राज्य मंत्री श्री अश्विनी चौबे जी ने इसके लिए चुनाव को जिम्मेवार बताया उनका कहना था की चुनाव के व्यस्तता के कारण ध्यान भटक जाता है। कुछ लोगो ने तो लिच्ची को इसके लिए जिम्मेवार ठहरा दिया।
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