नोटबन्दी पर रामदेव का प्रहार....
पटना: भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के भक्तों में शुमार रामदेव बाबा को कौन नहीं जानता है । मोदी की तारीफ के हमेशा पुल बांधने वाले बाबा ने चुनाव के समय ऐसी बात मीडिया के सामने कह दी जो मोदी के लिए मुसीबत खड़ा कर सकता है।
' द क्विंट ' के संजय पुगलिया को दिए एक इंटरव्यू में बाबा रामदेव ने कहा कि इसमें तीन से पांच लाख करोड़ तक का घोटाला हुआ है । रामदेव ने कहा , " मोदीजी ने भी नहीं सोचा होगा कि बैंकवाले बेईमान निकलेंगे। मुझे ऐसा लगता है कि हजारों नहीं , शायद लाखों करोड़ रुपये बना लिए बैंक वालों ने। इसमें तीन से पांच लाख करोड़ रुपये का घोटाला निकलेगा।”
बाबा रामदेव ने कहा कि कालाधन पर हमने तीन बातें कहीं थी। पहली बड़ी करेंसी वापस लो। दूसरी कैशलेस ट्रांजैक्शन की व्यवस्था बनाओ और ट्रांजैक्शन टैक्स लगाओ । तीसरा पार्टिशिपेटरी और प्रोमिसरी नोट और बैंकों की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने को भी कहा था लेकिन सरकार ने सिर्फ एक बात मानी और बाकी दो बातों को नहीं माना ।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर , 2016 की रात आठ बजे नोटबंदी का ऐलान करते हुए 500 और 1000 रुपये के बड़े नोटों को तत्काल प्रभाव से प्रचलन से बाहर कर दिया था जिसकी वजह से लोगों के पास इन करेंसी में जमा पैसे कागज के टुकड़े हो गए। हालांकि , सरकार ने उसे बदलने का वक्त दिया लेकिन उसमें कई बैंक के कई अफसरों ने अनियमितताएं बरतीं और कमीशन लेकर बड़े बड़े रकम को नए नोटों से बदलकर दे दिया। आम आदमी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था बैंकों और ए०टी०एम के बाहर लंबी लंबी कतारों में लोग खड़े होकर अपनी बारी का इंतज़ार किया करते थे ।प्रधानमंत्री जी द्वारा नोटबन्दी पर ये दलील दी गयी थी कि इस से वर्षों से दबी हुई काली कमाई बाहर आएगी यकीन वो कालाधन सफेद करने का काम बैंक के भ्रष्ट कर्मचारिउन द्वारा किया गया ।
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