"येती "- कितना सच कितना झूठ ?
भारतीय सेना ने नेपाल के हिमालयी क्षेत्र मकालू में विशालकाय प्राणी के पदचिन्ह मिलने का दावा किया है. सेना ने ट्विटर पर कुछ तसवीरें साझा करते हुए कहा कि ये रहस्यमयी हिममानव 'येती' के पैरों के निशान हो सकते हैं. इसके साथ ही हिममानव को लेकर फिर से बहस छिड़ गयी है. सेना के एक अधिकारी ने ट्वीट कर कहा कि "हमारे पर्वतारोही दल ने 9 अप्रैल को मकालू बेस कैंप के पास पहली बार बर्फ की परत पर हिममानव 'येती' के पैरों के निशान देखे हैं. पैर का आकार 32 इंच लंबा और 15 इंच चौड़ा है."तस्वीर में वाकई मानव पैरों के निशान की तरह ही आकृति दिख रही है.
कौन है ये रहस्यमयी मानव ?
तिब्बत और नेपाल की लोकप्रिय काल्पनिक कथाओं के मुताबिक़, एशिया के सुदूर पर्वतीय इलाकों में दैत्य की तरह दिखने वाला वानर जैसे जीव रहते हैं, जिन्हें येती या हिममानव कहा जाता है.पहले भी वर्ष 2013 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च में ये दावा किया गया था कि हिमालय के ये हिम मानव 'येती' भूरे भालुओं की ही एक उप-प्रजाति के हो सकती है.
अनेक लोगों द्वारा सत्यता का दावा
अनेक पर्वतारोही नागरिक और अन्य लोगों के द्वारा यह दावा किया जाता रहा है की उन्होंने वहां हिम मानव को देखा है .कई लोगों ने उसकी खाल दांत और हड्डियां मिलने तक का दावा किया है परन्तु वैज्ञानिकों ने उसे निरर्थक करार दिया क्योंकि डीएनए रिपोर्ट में उन्हें जानकारी मिली की ये सारे अंगों का नमूना वहां आस पास रह रहे जानवरों ( सफ़ेद भालू ) का है .
अब बहस फिर से शुरू हुई है भारतीय सेना के इस तस्वीर पर हालांकि ये अभी पुख्ता नहीं हुआ है की जारी तस्वीर में पैरों के ही निशान है .देखना है की ये बहस कहाँ और कब स्थगित होती है और हिम मानव की मौजूदगी सत्यापित होती है की नहीं?
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