सारण में कौन लहराएगा परचम ..? 

Amit Raj  Tuesday 30th of April 2019 08:19 PM
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लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जन्मभूमि सारण सीट बिहार की सबसे हाई प्रोफाइल संसदीय सीट मानी जाती है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने वर्ष 1977 में यहाँ से पहली बार लोकसभा का चुनाव जीता था। वर्ष 2004 में करीब 60 हजार  और वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में  52 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव  में राबड़ी देवी इस सीट पर लड़ीं, लेकिन उनको भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी से करीब 41 हजार वोटों से हार मिली। पूर्व मंत्री चंद्रिका राय भी लंबे अरसे से इसी संसदीय क्षेत्र के परसा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं यही कारण है की इस बार राजद ने इनपर भरोसा जताते हुए लोकसभा का टिकट दिया है बताते चलें की चन्द्रिका राय पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय के परिवार के होने की वजह से इस क्षेत्र में अपना अलग प्रभाव रखते है।


वहीँ पिछले लोकसभा में राबड़ी देवी को शिकस्त देने वाले भारतीय जनता पार्टी के राजीव प्रताप रूडी फिर से चुनावी अखाड़े में हैं ,जो कि 3 बार सांसद रहे हैं. रुडी अटल सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं. 2014 में जीतने के बाद वे मोदी सरकार में भी मंत्री बनाए गए थे.परन्तु  मंत्रिमंडल के फेरबदल में उनसे मंत्री पद वापस ले लिया गया.अभी वे बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं.


वर्षों  से सियासी दिग्गजों का अखाड़ा सारण के विकास की बात की जाए तो  छपरा में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव सिताब को मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने आदर्श सांसद ग्राम योजना के तहत इस गांव को गोद लिया है, लेकिन विकास की हकीकत ये है कि आज भी यहां अपनी सवारी से पहुंचना काफी मुश्किल है, तो इस से अंदाजा लगाया जा सकता है विकास की क्या हालत होगी.


मुकाबला हर लिहाज़ से काफी कडा है एक तरफ जहाँ लालू यादव को लेकर इमोशनल कार्ड फेंका गया है तो वही दूसरी ओर मोदी की विकास वाली छवि को आगे कर रूडी, जी-जान लगाते दिख रहे है .सांसद क्षेत्र के विकास का लंबा-चौड़ा दावा कर रहे हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सांसद के इस कार्यकाल से संतुष्ट नहीं हैं. लालू यादव के प्रभाव वाले  इलाके के लोगों का कहना है कि सांसद लालू यादव के शुरू किए गए काम को पूरा कराकर उसका श्रेय ले रहे हैं. इन्होंने कुछ नया नहीं किया.


क्या क्या हुआ है काम
दियारा इलाके में घर-घर तक बिजली पहुंचाने के लिए 350 करोड़ खर्च कर काम कराया गया. क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं बेहतर करने के लिए उनके कार्यकाल के दौरान 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हुए.दिघवारा में पुल बन रहा है. जिससे छपरा और पटना की दूरी कम हो जाएगी. छपरा मुजफ्फरपुर NH, छपरा-टेक्निवास सड़क और NH-98 का निर्माण कार्य जारी है.सांसद राजीव प्रताप रूडी ने 5 साल के दौरान क्षेत्र के विकास के लिए 38 करोड़ रुपये मिले. जिससे 280 योजनाओं की स्वीकृति मिली. स्वीकृत 280 योजनाओं में से 104 का काम पूरा हो चुका है. 176 पर काम अभी जारी है. कौशल विकास राज्यमंत्री रहते हुए सांसद ने अपने क्षेत्र के युवाओं को तकनीकी जानकारी दिलाने की कोशिश की. छपरा में कौशल विकास केन्द्र और मोटर व्हीकल ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की.


तेजप्रताप राजद के लिए अलग मुसीबत


जहाँ एक ओर राजद, एनडीए से निपटने की तैयारी कर रही थी वही दूसरी ओर तेजप्रताप ने अपने ससुर के खिलाफ जंग का एलान कर दिया था फिलहाल मामला शांत दिख रहा है पर सूत्रों से खबर तो यही है की तेजप्रताप इससे काफी आहत है की उनके ससुर को सारण से टिकट दिया गया .तेज प्रताप पत्नी ऐश्वर्या से तलाक के लिए याचिका कोर्ट में दे रखी है. जिस दिन तेज प्रताप ने तलाक की अर्जी दी थी उन्होंने ऐश्वर्या पर प्रताड़ना के साथ-साथ आरोप लगाया था कि वह अपने पिता को सारण से लोकसभा टिकट देने का दबाव बना रही हैं. इतना सब कुछ होने के बाद भी पार्टी की ओर से पत्नी ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय को टिकट मिलना तेज प्रताप को नागवार गुजरा.
अब इस आतंरिक कलह का सियासत में नुकसान होगा या फायदा ये तो नहीं कहा जा सकता .पर इतना तय है कि लड़ाई काफी दिलचस्प होने वाली है.

 

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