MULTI LEVEL MARKETING कंपनी TCW Realty Pvt Ltd के द्वारा बिहार में जमीन के नाम पे हो रहा है करोड़ो का घोटाला 

MANISH TIWARY  Tuesday 3rd of September 2019 11:40 PM
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पटना, बिहार।  MULTI LEVEL MARKETING कंपनी के द्वारा बिहार में जमीन के नाम पे हो रहा है करोड़ो का घोटाला, आज हम बात कर रहे है एक रियल एस्टेट कंपनी जो अभी तक लगभग 300 Cr से ज्यादा का कारोबार पटना में ऑफिस खोल के कर चुकी है।

कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा डाले गए इस वीडियो से आपको कंपनी के बारे तथा प्रोजेक्ट के बारे में जो ग्राहकों को क्या समझाया जाता है उसका पता चल जायेगा :-

आप को बता दे की पटना के करीब नयागांव में  इलाहाबाद की एक MLM ( MULTI LEVEL MARKETING ) कंपनी TCW Realty Pvt Ltd , THE SAI GREENS नाम से एक टाउनशिप 2014 से डेवलप कर रही है। इस कंपनी का ऑफिस पटना बोरिंग कैनाल रोड, वासवन पार्क के पास है। कंपनी के प्रतिनिधिओ  का कहना है की ये टाउनशिप बिहार का सबसे बड़ा और विकशित होगा, जिसका कुल एरिया 425 बीघा होगा, कंपनी अपने टाउनशिप के विशेषताओं में बताती है की हमारे THE SAI GREENS टाउनशिप में बॉउंड्री, 2800 फीट NH पे फ्रंट, चौड़ी सड़क (90/60/30 फीट), संलग्न नाली (4 फीट बाए और 4 फीट दाएं), पोल, तार, ट्रांसफार्मर, पार्क, खेल का मैदान, पाइप लाइन, बोरवेल प्लॉटवाइज और साईं मंदिर देगी इसके अलावा टाउनशिप में हॉस्पिटल ,स्कूल तथा मार्किट भी होगा। कंपनी ग्राहकों को लुभाने के लिए ब्याज मुक्त ईएमआई सुविधा दे रही है, प्लाट का एग्रीमेंट 40% पेमेंट  देने के बाद होता है। एग्रीमेंट में चार साल बाद प्लाट पे पोजीशन देने की बात कही जाती है।

ये देखिये कंपनी का प्रमोशनल वीडियो :-

सच्चाई इनके दावों से बिलकुल विपरीत है, जब सुनो नेता की टीम ने पता किया तो पता चला की ना ही कंपनी के पास 425 बीघा जमीन है, ना ही 2800 फ़ीट का फ्रंट , ना ही कंपनी ने वहाँ किसी तरह का कोई डेवलोपमेन्ट का कार्य किया है, ना ही कंपनी ने सारे नियमो का पालन करते हुए किसी डिपार्टमेंट से परमिशन लिया है, ना ही इनका मैप एप्रूव्ड है, ना ही इनके पास किसी तरह का कोई डेवलोपमेन्ट प्लान है, यही नहीं ये अपना ऑफिस भी रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी से चला रहे है। डेवलोपमेन्ट के नाम पे कंपनी ने  पिछले 5 वर्षो में थोड़ा बहुत मिटटी भर के थोड़े दूर तक सड़क  बनायीं है। अब ग्राहक ठगे हुए महसूस कर रहे है और उन्हें ये समझ नहीं आ रहा की क्या करे, ग्राहक अगर अपने पैसे मांगते है तो उन्हें 25 % काट के पैसे लौटने की बात की जाती है जबकि उन्हें इंटरेस्ट के साथ पैसे वापस मिलने चाहिए। हालत ऐसी  की अगर आप प्रोजेक्ट का  2014 तथा 2019 की तस्वीर देखे तो आपको ज्यादा कोई फर्क नहीं दिखेगा।

सवाल ये उठता है की इतना गलत कमिटमेंट के  बावजूद ये आखिर सेल कैसे कर लेते है ? इसका जवाब है MLM  के तहत लोगो को 10000 रुपये से जोड़ना और उन्हें ढेर सारा प्रलोभन देना। कंपनी पिरामिड स्ट्रक्चर के द्वारा इनकम बताती है जो पुरे भारत में बैन है और कंपनी पिछले 5 वर्षो से बिना रोकटोक अपना कार्य किये जा रही है। जिसकी पुस्टि ये तस्वीर करता है:-

1 सितम्बर को जब हमारी टीम इनके बोरिंग कैनाल रोड ऑफिस में गयी और ग्राहकों के कम्प्लेन को उठाया तो वहाँ मौजुद कुछ लोगो ने भीड़ को भरका के हम पे हमला कराने का प्रयाश किया। हालत ऐसी हो गयी की हमें वहाँ से लौटना परा। हमारी टीम इनका कच्चा चिठा आपके सामने लाती रहेगी।

हमारा पाठको से अनुरोध है की ऐसे MLM कम्पनी के लुभावने ऑफर में ना फसे और जरुरत हो तो ऐसी कम्पनी के खिलाफ कम्प्लेन करे ताकि ये किसी और को फसा न सके ।

 

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