एग्जिट पोल में फिर मोदी सरकार ....
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान छिट-पुट घटनाओं के साथ आठ राज्यों की 59 सीटों पर रविवार शाम छह बजे समाप्त हो गए। इसके साथ ही एग्जिट-पोल के दिखने का सिलसिला शुरू हो गया। चुनावी सर्वे से होकर ही एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आते हैं। एग्जिट पोल में सर्वे के माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश की जाती है कि आखिर चुनाव परिणाम किसके पक्ष में आ रहे हैं। एग्जिट पोल मतदान समाप्ति के बाद ही दिखाए जाते हैं। वोटिंग के दिन जब मतदाता वोट डालकर निकल रहा होता है, तब उससे पूछा जाता है कि उसने किसे वोट दिया। इस आधार पर किए गए सर्वेक्षण से जो व्यापक नतीजे निकाले जाते हैं, इसे ही एग्जिट पोल कहते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, 15 फरवरी 1967 को पहली बार नीदरलैंड में इसका इस्तेमाल किया था।
फिलहाल भारत के लोकसभा चुनाव संपत हो गए है और अब लोकसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान 23 मई को होगा। लेकिन एग्जिट पोल ने परिणाम को जनता के सामने रख दिया है। एग्जिट पोल के मुताबिक़ लोकसभा चुनाव के नतीजे फिर से एक बार मोदी सरकार के पक्ष में जा रहे है । विभिन्न न्यूज़ चैनल और सर्वे कंपनी द्वारा एग्जिट पोल दिखाए गए जिसमें NDA गठबंधन बहुमत का आंकड़ा छूते नज़र आ रही है। कुछ प्रमुख एग्जिट पोल हैं-
CHANNEL | NDA | UPA | OTHERS |
---|---|---|---|
INDIA TV | 300 | 120 | 122 |
AAJ TAK | 339-365 | 77-108 | 69-95 |
REPUBLIC TV | 287 | 128 | 127 |
NEWS 24 | 350 | 95 | 97 |
ABP NEWS | 277 | 130 | 135 |
गौरतलब है की ये मात्र एक अनुमान है नतीजे इससे अलग भी हो सकते है। एग्जिट पोल कई बार एक मोटा आंकड़ा दे जाते हैं कि सत्ता में कौन आने वाला है। बीते एग्जिट पोल के नतीजों की बात करें तो 2015 में तमिलनाडु के चुनाव और 2015 में बिहार के विधानसभा चुनाव के वक्त यह गलत साबित हुआ था। साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो तब भी एग्जिट पोल के अनुमानित नतीजे बिल्कुल ही गलत साबित हुए थे। 2004 में एग्जिट पोल के नतीजों को धता देते हुए कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए ने केंद्र में सरकार बनाई थी। वहीं, 2014 की बात करें तो एग्जिट पोल ने साफ कर दिया था कि मोदी लहर में भाजपा सरकार बनाने जा रही है। चुनाव के नतीजे जब आए तो एग्जिट पोल के नतीजे सटीक साबित हुए थे।
एग्जिट पोल के बाद नेताओं के बयान भी सामने आने लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंदनाथ पाण्डेय ने कहा, “हम सबको पहले ही विश्वास था कि देश की जनता मोदी जी और राजग को राष्ट्र को और आगे बढ़ाने के लिए भारी बहुमत देगी। ये सर्वे उसी को परिभाषित कर रहे हैं। लेकिन हमारा मनाना है कि उप्र में हमारा नारा 73 प्लस का सार्थक होगा।” बता दें की यूपी के सर्वे के मुताबिक़ NDA को पिछले चुनाव से कम सीट का अनुमान लगाया गया है।
कांग्रेस के प्रवक्ता आशोक सिंह ने कहा, “मीडिया ने तो चुनाव के पहले ही भाजपा की सरकार बनवा दी थी। इसीलिए अभी रुझानों पर ज्यादा कुछ कहना ठीक नहीं है। 23 मई को आने वाले परिणामों में हम डबल डिजिट में प्रदेश में होंगे। देश में एक बार कांग्रेस की सरकार बनेगी। सर्वे इसी प्रकार राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में आए थे। बाद में सब फुस्स कारतूस हो गए। इसीलिए इन पर ज्यादा भरोसा न करके 23 मई का इंतजार करना ठीक है।”
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा, “जो सच्चाई है वह 23 मई को जनता के सामने आएगी। अभी से इन रुझानों पर क्या कहना है। पूरे प्रदेश में जनता ने महागठबंधन के पक्ष में वोट दिया है। भाजपा की हालत पतली है। 23 मई के परिणाम चौंकाने वाले होंगे।”
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