कर्नाटक में कांग्रेस मंत्रियों के बीच तनाव से गठबंधन पर खतरा
नई दिल्ली: कर्नाटक सरकार के दरवाज़े पर उतरा जर्कीहोली भाइयों और जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार के बीच बेलगावी में हो रहा टर्फ युद्ध। पूर्व में दिए गए चेतावनी में उन्होंने कहा है कि सत्तारुढ़ गठबंधन की स्थिरता के लिए यह खतरनाक है। रमेश और सतीश जर्किहोली, ने शिवकुमार पर विधायक लक्ष्मी हिब्बाल्कर के माध्यम से अपने क्षेत्र में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था, उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाई कमांड को इसके नतीजे भुगतने पड़ेंगे।
जर्किहोली ने हाई कमांड को इस मामले को शांत करने के लीए 16 सितम्बर तक का समय दिया है। उन्होंने कहा: "16 सितम्बर तक इंतजार कीजिये फिर देखिये क्या होता है।" नगरपालिका प्रशासन मंत्री रमेश जर्किहोली ने कहा कि कांग्रेस-जेडी (एस) गठबंधन सरकार को खत्म करने के लिए फायदेमंद कदमों पर बात करेंगे।
मामला पूरी तरह बिगड़ा जब बेलगावी में प्राइमरी लैंड डेवलपमेंट बैंक (PLDB) चुनाव में जर्कीहोली को हेबबाल्कर के शिविर के उम्मीदवारों के साथ गठबंधन करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। हालांकि इनका दोनों पक्षों के साथ समझौता हुआ था परन्तु अपमानित भाइयों ने हिब्बाल्कर का समर्थन करने के लिए शिवकुमार के खिलाफ युद्ध की घोषना कर दि है।उन्होंने कांग्रेस को संदेश भेज कर विधायकों का समर्थन माँगा है।
रमेश जर्किहोली, कांग्रेस के विधायक बीसी पाटिल के साथ मिलकर उपमुख्यमंत्री परमेश्वर से मुलाकात की और अपनी मंत्री पद की इच्छा को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि वे बेलगावी में शिवकुमार समेत किसी भी बाहरी लोगों का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे।इसके अलावा भाई को मंत्री पद पर बिठाने और जिले के अधिकारियों, निगमों और बोर्ड में उनके समर्थकों का नामांकन चाहिए।
बैठक में अफ़वाह भी उड़ी कि कांग्रेस के 14-17 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफ़ा दे दिया और भाजपा के साथ हाथ मिलाया है।
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