BSP ने SP का साथ छोड़ा, मायावती ने उत्तर प्रदेश उपचुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान किया 

Amit Raj  Tuesday 4th of June 2019 12:59 PM
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मायावती

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बना समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) महागठबंधन लोकसभा चुनावों में अपने लक्ष्य पाने में नाकाम होने के बाद अब वह टूटता नज़र आ रहा है। दिल्ली में कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक में मायावती ने साफ कर दिया कि विधानसभा की 11 सीटों पर होने वाले उपचुनावों में उनकी BSP अकेले लड़ेगी।

बता दें कि लोकसभा चुनाव के परिणाम की समीक्षा के लिये मायावती ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की बैठक में कहा कि बसपा को जिन सीटों पर कामयाबी मिली उसमें सिर्फ पार्टी के परंपरागत वोटबैंक का ही योगदान रहा। सूत्रों के अनुसार बसपा अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन के बावजूद बसपा के पक्ष में यादव वोट स्थानांतरित नहीं होने की भी बात कही थी।

इससे यह स्पष्ट दिख रहा था कि सपा-बसपा गठबंधन अब टूट सकता है। इसको लेकर मंगलवार को मायावती ने एक न्यूज़ कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी और कहा कि “मीडिया में गलत तरीके से हमारी बात को रखा गया, जबकि हमारी पार्टी की तरफ से या मेरी तरफ से कोई रिपोर्ट मीडियो को नहीं दी गई।” हालांकि उन्होंने आज खुद ये औपचारिक ऐलान कर दिया कि बसपा 11 रिक्त विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव पर अकेले खड़ी होगी।

मायावती ने कहा, “अखिलेश यादव के पूरे परिवार का हम भी बहुत सम्मान करते हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का बेस वोट हमारी पार्टी की तरह मजबूत नहीं रहा। समाजवादी पार्टी के बड़े प्रत्याशी यादव बाहुल्य सीटों पर हार गए। डिंपल यादव कन्नौज में हार गईं, फिरोजाबाद में रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव हार गए और बदायूं में धर्मेंद्र यादव हार गए, इससे साबित होता है कि यादवों का वोट भी सपा को नहीं मिला। यदि अखिलेश यादव राजनीतिक कार्यों के साथ साथ अपने कार्यकर्ताओं को बीएसपी की तरह मिशनरी मोड पर लाते हुए एकजुट करते हैं तो हम आगे उनके साथ हो सकते हैं।”

मायावती ने सपा-बसपा गठबंधन को लेकर राजनीतिक मजबूरियों का हवाला देते हुए कहा, “हम राजनीतिक मजबूरियों को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। फिलहाल आने वाले उपचुनावों में हमारे लिए अकेले चुनाव लड़ना ही ठीक रहेगा।”

बता दें कि नरेंद्र मोदी ने 12 मई को मेरठ में जनसभा को संबोधित किया था। उस दौरान उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि लोकसभा चुनाव खत्म होते ही यूपी में SP-BSP गठबंधन टूट जाएगा। वहीं, चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद दोनों दलों के बीच खींचतान शुरू हो गई थी और गठबंधन टूटने पर अटकलें लगने लगी थीं।


 
 

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