भाजपा के ‘शत्रु’ अब कांग्रेस में, मोदी की पार्टी को बताया ‘तानाशाही’
नई दिल्ली भाजपा के 39वें स्थापना दिवस पर आखिरकार पार्टी के वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। भाजपा नेतृत्व के साथ लंबे समय से नाराज़ चल रहे शत्रुघ्न सिन्हा एक कार्यक्रम में कांग्रेस में शामिल हो गए। इस दौरान कांग्रेस की ओर से पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल, पार्टी के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल मौजूद रहे। साथ ही शत्रु ने कई मसलों पर अपनी बेबाक राय भी रखी।
पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बेबाक राय रखने वाले शत्रुघ्न सिन्हा गलत पार्टी में थे। केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होंगे। पार्टी में शामिल होने के 3 घंटे बाद ही कांग्रेस ने शत्रु को पटना साहिब से उम्मीदवार बना दिया। भाजपा ने इस सीट से रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया है। शत्रुघ्न ने कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की। दिलचस्प बात यह भी कि पार्टी में शामिल होने के 3 घंटे बाद ही कांग्रेस ने शत्रुघ्न को पटना साहिब से उम्मीदवार बना दिया। भाजपा ने इस सीट से रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया है। शत्रुघ्न ने कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की।
It's with a heavy heart and immense pain that I finally bid adieu to my old party, for reasons best known to all of us, on 6th April, which also happens to be the Sansthapna Diwas of BJP.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) April 6, 2019
I don't hold any ill will for our people as they were like my family and I was groomed in
शत्रुघ्न ने अपना दर्द बयां करते हुए ट्वीट भी किया - "बहुत भारी मन से मैंने अपनी पुरानी पार्टी (भाजपा) छोड़ने का फैसला किया है। मेरे भाजपा छोड़ने की वजहें सब जानते हैं। लोकशाही, तानाशाही में बदलती चली गई। अब मैं इन चीजों को छोड़कर आ चुका हूं। उन्हें माफ भी कर चुका हूं। उम्मीद है कि मेरी नई पार्टी लोगों, समाज और देश की सेवा करने का मौका देगी।" शत्रुघ्न ने बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को गलती से भाजपा का बता दिया। इस पर उन्होंने कहा, ''आज भाजपा का 39वां स्थापना दिवस है, इसलिए ऐसा कह दिया। भाजपा न बोलने की आदत धीरे-धीरे पड़ेगी। भाजपा में नानाजी देशमुख ने मुझे प्रशिक्षण दिया। भाजपा के गुरु (लालकृष्ण आडवाणी) ने मुझे मार्गदर्शन दिया। सुबोधकांत सहाय मुझे पब्लिक लाइफ में लेकर गए। लोग कहते थे कि आप जैसे सेक्युलर आदमी को कांग्रेस में होना चाहिए।"
भाजपा पर अपनी भड़ास निकालते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि एक तो मौजूदा सरकार ने कोई ढंग का काम नहीं किया और जब उनसे काम के बारे में पूछा जाता है तो जवाब में थेथरई की जाती है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मौजूदा बीजेपी में विरोधियों को दुश्मन की नजर से देखा जाने लगा है जबकि आडवाणी जी ने कहा है कि आपका राजनीतिक विरोधी आपका दुश्मन नहीं होता है वो भी देश के हित में ही बात करता है।
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