सबरीमाला विरोध: अल्पसंख्यक आयोग ने गृह मंत्री को लिखा पत्र, कहा कि राजनीतिक दल केरल में दंगे भड़काने का प्रयास कर रहे हैं
नई दिल्ली: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (NCM) के उपाध्यक्ष जार्ज कुरियन ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को लिखा है। पत्र में उन्होंने बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केरल के सबरीमाला अय्यप्पा मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर हुए विरोध से सांप्रदायिक दंगों को भड़काने में कुछ राजनीतिक दलों का “जानबूझकर प्रयास’’ है।
संयोगवश यह पत्र उसी दिन आया जब सबरीमाला मुद्दे से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल में CPM के नेतृत्व वाली LDF सरकार पर हमला बोल रहे थे। मोदी की टिप्पणी विशेष रूप से CPM के सन्दर्भ में की गयी।
NCM के उपाध्यक्ष जॉर्ज कुरियन ने अपने पत्र में चेतावनी दी: “केरल इस समय एक सांप्रदायिक बारूद के ढ़ेर की तरह हो गया है। पिछले तीन दशकों में राजनीतिक दलों द्वारा राज्य की राजनीति को सांप्रदायिक आधार पर समाज का ध्रुवीकरण करने के लिए धर्म का उपयोग करने की स्पष्ट कोशिश की गई है।’’
कुरियन ने प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक, अली अकबर द्वारा प्राप्त ज्ञापन का हवाला दिया, जिसमें अकबर ने सबरीमाला कर्म समिति नामक एक हड़ताल के दौरान पेरम्बरा शहर के जुमा मस्जिद पर हमले का जिक्र किया है। सबरीमाला मंदिर में महिला कार्यकर्ताओं के प्रवेश में मदद करने के लिए केरल सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन हुआ था।
अपने पत्र में उन्होंने कहा: “इस मामले में एक राजनीतिक दल के एक स्थानीय नेता को सांप्रदायिक अशांति फैलाने के लिए कथित रूप से गिरफ्तार किया गया था, हालांकि सबरीमाला मुद्दे का कोई अल्पसंख्यक संबंध नहीं है। अकबर अली ने पिछले कुछ मामलों को सूचीबद्ध किया है जहां समान मोडस ऑपरेंडी का इस्तेमाल सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए किया गया था। हालांकि, राज्य के उस नेता को इस तरह के कामों से नहीं रोका गया था।’’
पिछले साल सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सभी उम्र की महिलाओं को अनुमति देने के आदेश के बाद से केरल में फैसले का विरोध में कई विरोध प्रदर्शन हुए।
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