यौन शोषण मामलें में ‘सेक्स वीडियो, राजनीतिक लिंक और विरोध की अफवाहों से TN का पोलाची शहर हिला
नई दिल्ली: तमिलनाडु के पोलाची में फरवरी के अंत में तीन लोगों को कॉलेज की एक छात्रा के साथ यौन दुर्व्यवहार करने और उसे फिल्माने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कुछ महीने पहले व्हाट्सएप के माध्यम से लड़कियों से दोस्ती करने वाले दो लोगों ने उसे राज्य राजमार्ग पर एक कार में अनजवेलमपट्टी बस स्टॉप के पास शहर से थोड़ा सा दूर दो कॉलेज से बमुश्किल 5 किमी बाहर से उठाया था। मार्च की शुरुआत में एक और घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया, जिसने शहर में एक विरोध खड़ा कर दिया। सोशल मीडिया के बाद विरोध सड़कों पर भी फैल गया, छात्रों और महिला संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि तमिलनाडु सरकार लगातार शर्मनाक प्रदर्शन कर रही है।
अब लगभग एक महीने बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज करने के बाद पीड़ित और शिकायतकर्ता के नाम उजागर किये हैं। चार लोग न्यायिक हिरासत में हैं और फिर भी पोलाची शहर में विरोध अब भी जारी है।
इस मंगलवार शहर भर के व्यापार संगठनों ने दुकानें बंद रखने का फैसला किया। कानून और व्यवस्था मशीनरी ने विरोध मार्च के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया, लेकिन छोटे समूह फिर भी इकट्ठा हुए। कोयम्बटूर में एक वकील संगठन ने विरोध किया।कोयम्बटूर जिले के विभिन्न छात्रों के संगठनों ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। पुलिसकर्मियों की एक बड़ी भीड़ शहर के मध्य क्षेत्रों में सतर्क नज़र रख रही है। प्रदर्शन से ऐसा प्रतीत होता है कि लगभग 95,000 लोगों ने पोलाची शहर को रोजमर्रा की शांति से बाहर निकाल दिया है।
तीन आदमियों को उनके फोन में कथित तौर पर अन्य महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और गुप्त रूप से फिल्माए गए वीडियो के कारण गिरफ्तार किया गया। कथित तौर पर इस बात के सबूत हैं कि उनके पास छेड़खानी से सम्बंधित कुछ सेक्सुअल वीडियो हैं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि कुछ सौ महिलाएं यौन शोषण, ब्लैकमेल और जबरन वसूली के संगठित रैकेट की शिकार थीं।
इससे पहले तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने पोलाची यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेल मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को हस्तांतरित करने की सहमति दे दी थी।
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