पुलवामा हमला: भारत ने इमरान खान द्वारा ‘कार्रवाई योग्य सबूत’ मांगने पर लताड़ा
नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की प्रतिक्रिया पर भारत ने मंगलवार को पलटवार किया और कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि इस्लामाबाद ने हमले को आतंकवाद को एक अधिनियम के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया। भारत ने अपराधियों के खिलाफ पाकिस्तान से “विश्वसनीय” कार्यवाही की मांग की।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हमें इस बात से कोई आश्चर्य नहीं है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पुलवामा में हमारे सुरक्षा बलों पर हमले को आतंकवाद की कार्रवाई मानने से इनकार कर दिया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने न तो इस जघन्य कृत्य की निंदा की और न ही शोक व्यक्त किया है।
जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले में घातक जिहादी हमले में 40 से ज्यादा जवान मारे गए थे। इमरान खान द्वारा पाकिस्तान की इसमें भागीदारी से इनकार करने के कुछ ही घंटों बाद ही विदेश मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया आयी है।
बयान में आगे कहा गया है: “भारत का लोकतंत्र दुनिया के लिए एक मॉडल है जिसे पाकिस्तान कभी नहीं समझेगा। हम पाकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने से रोकने और पुलवामा आतंकी हमले के अपराधियों के खिलाफ विश्वसनीय और दिखने वाली कार्रवाई करने की मांग करते हैं।”
विदेश मंत्रालय ने कहा कि सबूतों के बारे में बात करते हुए कहा कि यह सर्वविदित है क जैश-ए-मुहम्मद और उसका नेता मसूद अजहर पाकिस्तान में हैं। विदेश मंत्रालय की यह टिपण्णी पाक प्रधानमंत्री द्वारा “पाकिस्तान को कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त सबूत होना चाहिए।” के बयान के बाद आयी है।
इससे पहले खान ने भारत पर पुलवामा आतंकी हमले के लिए “बिना किसी सबूत” के हमले के लिए ज़िम्मेदारी का दावा करने के बावजूद पाकिस्तान सरकार पर दोषारोपण किया। खान ने कहा था कि यह एक नया पाकिस्तान है। हम स्थिरता चाहते हैं। भारत पर हमला करने से हमें कोई फ़ायदा नहीं है। यह हमारे हित में है कि हमारी धरती से कोई भी हिंसा न फैलाए। मैं भारतीय सरकार से कहना चाहता हूं कि अगर पाकिस्तान को किसी के खिलाफ कार्रवाई के सबूत मिलते हैं तो हम कार्रवाई करेंगे।
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