प्रधानमंत्री मोदी ने मांगे ‘पुलवामा के लिए’ वोट, चुनाव आयोग से मिला नोटिस
नई दिल्ली महाराष्ट्र के मराठावाड़ा इलाके में लातूर और उस्मानाबाद लोकसभा सीट के एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली की। इस दौरान पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के प्रत्याशियों को वोट देने की अपील की। करीब 50 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र को देश हित में बताया, जबकि कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र को ढकोसला पत्र करार दिया। मोदी ने देश के फर्स्ट टाइम वोटर से खास तौर पर पुलवामा के जवानों के नाम वोट डालने की अपील की, जिस पर चुनाव आयोग ने नोटिस दे डाला।
प्रधानमंत्री ने लोगों से पुलवामा के शहीदों के नाम वोट करने की भावुक अपील की। पीएम ने पहली बार मतदान करनेवाले मतदाताओं से अपना मत बालाकोट एयर स्ट्राइक और पुलवामा शहीदों के नाम करने का आग्रह किया। पीएम की इस अपील पर राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है। अब आयोग ने इस पर रिपोर्ट तलब की है। कांग्रेस नेता और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री के बयान और आयोग की कार्रवाई को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
विपक्षी पार्टियों की शिकायत के बाद देर रात चुनाव आयोग ने इस पर ऐक्शन लिया। आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी से इस रैली की रिपोर्ट तलब की है। विपक्षी पार्टियों ने एयर स्ट्राइक और शहादत का चुनावी फायदे के लिए राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने बयान के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।
औरंगाबाद में पहली बार मतदान करनेवाले युवा वोटरों से पीएम ने अपील की थी। पीएम ने कहा था, “जब आप पहली बार अपनी सैलरी कमाते हो तो आम तौर पर आप इसे अपने लिए नहीं रखते। आप इसे किसी को समर्पित करना चाहते हैं मां को या बहन को। क्या आप अपना पहला मतदान एयर स्ट्राइक या पुलवामा के शहीदों, पक्का घर या पीने के लिए स्वच्छ पानी को दे सकते हैं।” पीएम ने पहली बार मतदान करनेवाले युवाओं से लातूर रैली में यह भी कहा था कि अगर आपने कमल या धनुष पर बटन दबाया तो आप आप गर्व से कह सकेंगे कि आपका वोट सीधे-सीधे मोदी को जाएगा।
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