गौ-प्रेम पर भाजपा पर भारी होती दिख रही है राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार
नई दिल्ली: राजस्थान में सत्ता में पांच साल बाद वापस काबिज़ होने वाली अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार राज्य में भाजपा सरकार से गाय के मुद्दे को अपने पाले में लाने के लिए उत्सुक है। इससे पहले भाजपा सरकार ने देश का पहला गाय समर्पित गोपालन मंत्रालय की घोषणा की थी।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए गोपालन मंत्री प्रमोद भाया ने कहा: “हमारे सभी शास्त्रों में कहा गया है कि सभी देवी-देवता गौमाता में निवास करते हैं। लेकिन शायद आज कोई दूसरा जानवर गाय को लेकर उतनी मुश्किल का सामना नहीं कर रहा है। वर्तमान में सबसे बड़ा मुद्दा आवारा पशुओं और उनके लिए आवश्यक व्यवस्था करना है और इसके दिशा में काम करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।’’
गोपालन मंत्री ने कहा, “गायों के दूध का उत्पादन बंद करने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है। हम सम्मेलन में इस सवाल को उठाने और सामाजिक कार्यकर्ताओं और संतों से सुझाव लेने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में गौशालाओं पर अनुदान बढ़ाने,अत्याधुनिक सुविधाएं सुनिश्चित करने,आवारा गायों की समस्या को हल करने और स्थानीय नस्लों की गायों के संरक्षण का का वादा किया था। राजस्थान में सत्ता में लौटने के एक महीने बाद अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने वादे को अमल लाने का काम किया है।
गौरतलब है कि गोपालन मंत्रालय को नियुक्त करने के अलावा भाजपा ने मवेशियों के कल्याण के लिए शराब पर 20 प्रतिशत ज्यादा टैक्स लगाया था। भाया ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि क्या कांग्रेस सरकार टैक्स ज्यादा लेना जारी रखेगी। इस पर उन्होंने कहा, “यह मुझसे जुड़ा मामला नहीं है और मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता।’’
सरकार द्वारा वित्त पोषित गौशालाओं की निरंतरता और उनके कल्याण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि गौशालाओं को अनुदान प्रदान करने की पहली योजना तब शुरू हुई जब गहलोतजी अपने अंतिम कार्यकाल में मुख्यमंत्री थे। यह भी उन्ही की ही सोच है कि वर्तमान सरकार द्वारा गायों के कल्याण के लिए अच्छा काम किया जाना चाहिए।
In Rajasthan, Ashok Gehlot’s Congress government looks to beat BJP in cow politics
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