मुजफ्फरनगर दंगा: अपने दो भाइयों की हत्या के गवाह की गोली मारकर हत्या
नई दिल्ली: अगस्त और सितंबर 2013 में मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक झड़पों के दौरान अपने दो भाइयों की हत्या के गवाह रहे अशबाब को सोमवार को खतोली में गोली मार दी गई। पीड़ित एक दुकान पर दूध पहुंचा रहा था जब दो बाइक सवार हथियारबंद लोगों ने उसे कई फायर में गोली मारी। हत्या मुजफ्फरनगर के खतौली पुलिस स्टेशन के करीब हुई।
मुजफ्फरनगर दंगों में 60 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, जबकि 40,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए थे।
आठ लोगों को कथित रूप से अशबाब के भाइयों को मारने के लिए मुकदमे का सामना करना पड़ रहा है और अगली सुनवाई 25 मार्च के लिए निर्धारित की गई थी।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हमें खतौली में अग्रवाल डेयरी के पास एक गोलीबारी की सूचना मिली। वहाँ अशबाब दूध देने के लिए गया था वह अपने परिवार के साथ इस्लामनगर में वहाँ से कुछ किलोमीटर दूर रहते हैं।”
कुमार ने कहा कि पुलिस CCTV फुटेज की जांच कर रही है ताकि शूटर की पहचान हो सके क्योंकि जब वह दूध देने जा रहा था तब अशबाब की मौत हो गई थी। गौरतलब है कि इससे पहले उसे अपने मामले वापस न लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी, जिसके लिए उन्होंने धमकी के बाद पुलिस सुरक्षा भी मांगी थी।
अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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