मेघालय खदान हादसा: 36 दिन बाद नौसेना ने एक शव बरामद किया
नई दिल्ली: मेघालय के पू्र्वी जयंतिया हिल्स में एक अवैध खदान के अंदर 15 मजदूरों के फंसे होने के एक महीने से अधिक समय बाद भारतीय नौसेना ने 200 फुट की गहराई से एक शव बरामद किया है। इस घटना को लगभग 36 दिन बीत चुके हैं। शेष मज़दूरों की तलाश के लिए अभियान जारी है। इस खदान में बीते 13 दिसंबर से खनिक फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि अंदर फंसे लोगों के जीवित बाहर आने की उम्मीद नहीं है। इससे पहले NDRF की टीम को तीन खनिकों के हेलमेट मिले थे।
इसके बावजूद खनिकों की तलाश जारी है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि मेघालय की अवैध कोयला खदान में 13 दिसंबर से फंसे 15 मजदूरों को बचाने में उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने बताया कि 355 फीट गहरी यह खदान चूहों के बिल की भूल भुलैया की तरह है, जिसका कोई ब्लूप्रिंट नहीं है। खदान नदी के किनारे हैं और खदान में हो रहे नदी के पानी का रिसाव बचाव अभियान में बाधक बन रहा है।
#MeghalayaMineTragedy #Flash One body detected by Indian Navy Divers using Underwater ROV at a depth of approx 60 feet and 210 feet inside a rat-hole mine @SpokespersonMoD @DefenceMinIndia @nsitharaman @PMOIndia pic.twitter.com/sP1sv6ikRn
— SpokespersonNavy (@indiannavy) 17 January 2019
दूर से संचालित वाहन (ROV) एक टेथर्ड अंडरवाटर मोबाइल डिवाइस है जो एक चालक दल द्वारा या तो एक जहाज या फ्लोटिंग प्लेटफॉर्म पर या जमीन पर से संचालित किया जाता है। सबमर्सिबल और रोबोटिक सिस्टम का उपयोग ऑपरेटरों द्वारा समुद्र में गोताखोरों द्वारा पानी के बड़े निकायों की गहराई का निरीक्षण करने के लिए किया जाता है। नौसेना की टीम ने ऑपरेशन के लिए पांच ROV तैनात किए थे।
#MeghalayaMineTragedy The depth is 160 feet (and not 60 feet) and the body has been pulled upto the mouth of Rat-hole mine and shall be extracted out of the mine under the supervision of Doctors
— SpokespersonNavy (@indiannavy) 17 January 2019
राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी, रुड़की और चेन्नई से एक टीम जो रिमोट से संचालित पानी के नीचे वाहनों को संचालित करने के लिए विशेषज्ञों की पांच टीमें बचाव अभियान में सहायता के लिए मौके पर मौजूद हैं। बचाव कार्य में नौसेना, ओडिशा फायर सर्विसेज और कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की सहायता की जा रही है।\
Read this in english: Meghalaya mine tragedy: Navy divers find body of one trapped miner after more than a month
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