कमलनाथ के मंत्रिमंडल में जगह नही मिलने पर SP, BSP सहित निर्दलीय विधायकों ने की बैठक
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार में वादे के मुताबिक जगह नहीं मिलने पर तीन निर्दलीय सहित SP और BSP के विधायक नाराज हैं। तीनों निर्दलियों ने SP और BSP के दोनों विधायकों के साथ बैठक भी की है। शपथ समारोह के बाद निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह उर्फ शेरा भैया से जब बात की गई तो उन्होने अपना दर्द बताते हुए कहा कि मैं तो जंगल में हूं जो करना है उन्हें करना है। उन्होने वादा किया था पर उसे तोड़ दिया। कमलनाथ मंत्रिमंडल के 28 मंत्री जब शपथ ले रहे थे। तब तीनों निर्दलीय, सपा और बसपा विधायक एक होटल में बैठक कर रहे थे।
विधायकों ने कहा कि विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद कांग्रेस ने दो निर्दलीयों को मंत्री पद दिए जाने की बात कही थी। जिनमें प्रदीप जायसवाल और ठाकुर सुरेंद्र सिंह का नाम शामिल था पर एकमात्र निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को ही मंत्री बनाए जाने पर सुरेंद्र सिंह ने अपनी नाराजगी जाहिर की।
बैठक को लेकर केदार डाबर, राजेश शुक्ला और संजीव सिंह ने बताया कि हम लोग वैसे ही एक साथ बैठे थे। हम तो सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं। मंत्रिमंडल से हमारा कोई मतलब नहीं है।
पूछे जाने पर कि क्या आप भाजपा नेताओं से संपर्क में हैं तो बसपा विधायक संजीव सिंह ने कहा कि हम राजनीति में है तो सबसे बातचीत करनी पड़ती है। सूची में नाम नहीं आने पर वे शपथ ग्रहण समारोह में ही नहीं गए। बदनावर से विधायक राजवर्द्धन सिंह को और पिछोर के वरिष्ठ विधायक केपी सिंह को मंत्री नहीं बनाए जाने पर उनके समर्थकों ने अपनी नाराजगी जताई।
कांग्रेस के विधायक बिसाहूलाल सिंह, हरदीप डंग, झूमा सोलंकी, हिना कांवरे आदि भी शपथ ग्रहण समारोह में दिखाई नहीं दिए। प्रदेश के चार जिलों में कांग्रेस ने सभी विधानसभा सीटें जीतीं पर किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया। इनमें CM कमलनाथ की कर्मभूमि छिंदवाड़ा की भी सातों सीटें कांग्रेस ने जीती और मुरैना की पांचों सीटों पर भी जीत दर्ज की।
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