ममता बनर्जी vs केंद्र: कमिश्नर राजीव कुमार से शारदा चिटफंड घोटाले में पूछताछ करने गए CBI अधिकारियों को कोलकाता पुलिस ने किया ‘गिरफ़्तार’  

Team Suno Neta Monday 4th of February 2019 12:27 PM
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ममता बनर्जी

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार और राज्य की ममता सरकार के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। यह तनाव रविवार को और बढ़ गया जब शारदा चिटफंड घोटाले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंचे 5 CBI अधिकारियों को हिरासत में  लिया गया था। कोलकाता पुलिस ने CBI अधिकारियों को वारंट दिखाने को कहा था और उन्हें कमिश्वर आवास के अंदर जाने से रोक दिया था। इसके बाद पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के पार्क स्ट्रीट स्थित घर पर पहुंची CBI टीम को हिरासत में ले लिया गया और उन्हें पहले पार्क स्ट्रीट थाने ले जाया गया था। जहाँ से उन्हें बाद में स्थानीय शेक्सपियर सरणी थाने ले जाया गया था। हालांकि सभी 5 अधिकारियों को बाद में छोड़ दिया गया।

कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार 2013 में इस घोटाले की जांच के लिए गठित SIT के अध्यक्ष थे। उन पर बतौर जांच अधिकारी आरोप है कि SIT जांच के दौरान एक डायरी मिली थी, जो गायब है। इस डायरी में उन सभी नेताओं के नाम थे जिन्होने चिटफंड कंपनी से रूपए लिए थे। इस मामलें में कोर्ट के आदेश के बाद CBI ने राजीव कुमार को आरोपित किया था।

इस घटना क्रम के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कमिश्नर राजीव कुमार के घर गयी। उन्होंने कहा कि CBI का सियासी इस्तेमाल हो रहा है। ये प्रतिशोध की राजनीति है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर NSA अजीत डोभाल इसे अंजाम दे रहे हैं। अगर पुलिस कमिश्नर के खिलाफ सबूत है तो उसे पेश किया जाए। ममता ने कहा कि चिटफंड घोटाले में अपने अधिकारियों की रक्षा करना मेरा कर्तव्य है। ऐसी हरकतों से हम डरेंगे नहीं। वहीं ममता बनर्जी ने कहा है कि वह लोकतंत्र बचाने के लिए मेट्रो चैनल के पास आज ही धरने पर बैठने जा रहीं हैं। कल वह विधानसभा में बजट भी पेश नहीं करेंगी। उनके अनुसार इस धरने का मतलब सत्याग्रह है।

वहीं इस मामले में वही तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर सवाल उठाया है कि क्या भाजपा 40 CBI अधिकारियों को भेजकर तख्तापलट की तैयारी कर रही है?

CBI रोज वैली और शारदा चिटफंड घोटाले के मामलों के सिलसिले में राजीव कुमार से पूछताछ के मकसद से उन्हें तलाश रही थी। अधिकारियों ने बताया कि इन घोटालों की जांच के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा गठित SIT की अगुवाई कर चुके IPS अधिकारी राजीव कुमार से गायब दस्तावेजों और फाइलों के बाबत पूछताछ करनी है। लेकिन CBI द्वारा भेजे गए समन के बाद भी राजीव एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए जारी नोटिसों का कोई जवाब नहीं दिया था। CBI  की टीम जब कुमार के आवास पर पहुंची तो उसे वहां तैनात कर्मियों ने बाहर ही रोक दिया। कोलकाता पुलिस के अधिकारियों की एक टीम CBI अधिकारियों से बातचीत के लिए मौके पर पहुंची और यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या उनके पास कुमार से पूछताछ करने के लिए जरूरी दस्तावेज थे।

वहीं इस मामलें में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के खिलाफ कार्यवाही पर अंतरिम CBI प्रमुख एम् नागेश्वर राव ने कहा कि हम लोग सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर चिटफंड केस की जांच कर रहें हैं। राजीव कुमार की अगुवाई में SIT ने  मामलें की जांच की थी। उन्होंने सारे सबूत और कागजात रख रखे थे। हमारी जांच में वह मदद नहीं कर रहे थे। इस मामलें में कई सारे सबूत नष्ट कर दिए थे।  

इस घटना के बाद CBI ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा कि अगर कोलकाता पुलिस कमिश्नर सबूत मिटाने की सोचते भी हैं तो मामला कोर्ट के संज्ञान में हैं। हम ऐसा काम करेंगे कि उन्हें बहुत पछतावा होगा।


 
 

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