लंदन असाइनमेंट को CBI पैनल के फैसले से जोड़ने पर जस्टिस सीकरी ने ठुकराया सरकार का ऑफर
नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई द्वारा CBI निदेशक आलोक वर्मा को एजेंसी से स्थानांतरित करने का फैसला करने वाली तीन सदस्यीय पैनल में नामांकित किए जाने के कुछ दिनों बाद न्यायमूर्ति ए के सीकरी ने केंद्र सरकार की एक महीने की पुरानी पेशकश ठुकरा दी। आलोक वर्मा को CBI के डायरेक्टरपद से हटाने के पक्ष मेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में वोट करने वाले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ए के सीकरी ने लंदन स्थित राष्ट्रमंडल सचिवालय पंचायती ट्रिब्यूनल (CSAT) में नॉमिनेट किए जाने के ऑफर को ठुकरा दिया है। जस्टिस सीकरी ने इसके लिए दिसंबर में सहमति दी थी लेकिन CBI और राफेल विवाद से इसे जोड़े जाने के बाद नॉमिनेशन के लिए दी गई अपनी मंजूरी रविवार शाम उन्होंने वापस ले ली।
सरकार की ओर से उनके नॉमिनेशन के प्रस्ताव को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सवाल खड़े करते हुए राफेल डील से जोड़ा था। उन्होंने सीधे मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह राफेल घोटाले को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं। राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री डर के चलते भ्रष्ट हो गए हैं और संस्थाओं को बर्बाद कर रहे हैं। राहुल से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने भी इस मसले पर सरकार पर वार किया था। उन्होंने इस नियुक्ति पर कहा था कि सरकार को कई सवालों के जवाब देने की जरूरत है।
सीकरी के चयन पर यह विवाद CBI चीफ आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने के तीन दिन बाद रविवार को शुरू हुआ। तीन सदस्यीय पैनल ने CBI चीफ आलोक वर्मा को 2-1 से हटाने का फैसला लिया था। खड़गे इस फैसले के खिलाफ थे, लेकिन जस्टिस सीकरी और मोदी के वोट के चलते वर्मा को बहुमत से हटाने का फैसला हुआ। इस बीच विवाद बढ़ता देख जस्टिस सीकरी ने केंद्र सरकार की ओर से कॉमनवेल्थ सेक्रटरिएट आर्बिट्रल ट्राइब्यूनल (CSAT) में भेजे जाने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
सीकरी 6 मार्च, 2019 को सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त होने वाले हैं। आठ सदस्यीय CSAT के एक भाग के रूप में उन्हें कभी-कभी विवाद समाधान के लिए बेंचों पर उपस्थित होने के लिए कहा जाता था।
हालाँकि, जस्टिस सीकरी को कई लोगों से समर्थन मिला, खासकर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्कंडेय काटजू से। जस्टिस काटजू ने जस्टिस सीकरी के समर्थन में अपने ट्विटर और फेसबुक पेज पर कई पोस्ट किए और मीडिया को भी आश्वस्त किया।
I spoke to Justice Sikri this morning and asked him what he has to say about removal of Alok Verma.
— Markandey Katju (@mkatju) 11 January 2019
Justice Sikri said the following: pic.twitter.com/cYEFZ4GBff
Has the Indian media no shame ?
— Markandey Katju (@mkatju) 14 January 2019
Our mostly rotten and shameless media has sought to tarnish Justice Sikri in mud and ruin his reputation.
Here is the truth:https://t.co/MlPPOKEKqC pic.twitter.com/kP3GogsmRG
Read this in eglish: Justice AK Sikri, ‘pained’ over linking of London CSAT appointment to CBI panel decision to remove Alok Verma, withdraws
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