न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने ली 46 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ 

Team Suno Neta Wednesday 3rd of October 2018 03:24 PM
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न्यायमूर्ति रंजन गोगोई

नई दिल्ली: न्यायमूर्ति रंजन गोगोई को बुधवार को भारत के 46 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में एक संक्षिप्त समारोह में 63 वर्षीय न्यायमूर्ति गोगोई को शपथ दिलाई।

न्यायमूर्ति गोगोई, जिन्होंने अंग्रेजी में शपथ ली, के पास 13 महीने का कार्यकाल होगा और वह नवंबर 17, 2019 को सेवानिवृत्त होंगे। उन्होंने न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की जग़ह ली जिन्होंने मंगलवार को 65 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सहित कई नेता गोगोई के शपथ समारोह में उपस्थित थे। न्यायमूर्ति गोगोई पूर्वोत्तर के पहले व्यक्ति हैं जो न्यायपालिका में शीर्ष स्थान तक पहुंचे और 13 सितंबर को भारत का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे।

असम के डिब्रूगढ़ में नवंबर 18, 1954 को जन्मे न्यायमूर्ति गोगोई ने 1978 में वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने संवैधानिक, कर और कंपनी मामलों पर गोहाटी उच्च न्यायालय में बतौर वकील अभ्यास किया।

न्यायमूर्ति मिश्रा ने इस महीने की शुरुआत में न्यायमूर्ति गोगोई को वरिष्ठतम न्यायाधीश के पद के लिए नाम देने के स्थापित अभ्यास के अनुसार उनके उत्तराधिकारी के रूप में सिफारिश की थी।

ग़ौरतलब बात यह है की न्यायमूर्ति गोगोई उन चार सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीशों में से एक थे जिन्होंने इस साल जनुअरी में मुख्या न्यायधीश मिश्रा के काम के तरीके पर मीडिया के सामने अपने असंतोष का बयान किया था।  

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने हाल ही में कहा है कि भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति पर सरकार के इरादे पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि उत्तराधिकारी के उत्तराधिकारी के रूप में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश होंगे।


 

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