मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यू के मरीजों ने पहली बार किया मतदान, देखने लायक था उत्साह
नई दिल्ली चुनाव का दूसरा चरण कई मायने में ऐतिहासिक रहा। चेन्नै में इंस्टीट्यू ऑफ मेंटल हेल्थ के मरीजों ने भी बढ़-चढ़कर मतदान किया। दरअसल चेन्नै कॉरपोरेशन इलेक्टोरल अफसरों ने इस बूथ की खास तौर पर व्यवस्था की थी। सुबह 10 बजे तक 60 मरीजों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उनकी खुशी, उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। वे ग्रुप में आए और इत्मिनान से अपनी बारी का इंतज़ार किया।
इंस्टिट्यूट में जिनका इलाज चल रहा था वे बचो में आए और अपनी बारी का इंतजार किया। उनमें से लगभग 60 ने गुरुवार को सुबह 10 बजे तक मतदान किया था और पहली बार मतदाता होने के कारण उनकी उत्तेजना स्पष्ट थी। कुल 159 मरीजों ने पहली बार मतदान किया है।
सभी मतदाताओं को निर्णय लेने और अन्य संबंधित कौशल के परीक्षण पास करने के बाद डॉक्टरों द्वारा “वोट डालने के लिए फिट” प्रमाणित किया गया था।
55 वर्षीय एक मरीज ने वोट डालने के बाद न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, “यह मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है। मैं 10 साल बाद मतदान कर रहा हूं। एक नागरिक के रूप में, मुझे लगता है कि मेरे पास अपना प्रधानमंत्री चुनने की जिम्मेदारी है। मैं खुद चेन्नई इंस्टीट्यूट के अधिकारियों और डिसएबिलिटी राइट्स अलायंस और इंस्टीट्यूट की बदौलत संस्थान परिसर में इसे करने के लिए उत्साहित हूं, जिन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किया कि हम अपने अधिकार का प्रयोग करें।”
IMH में निदेशक डॉ पी पूर्णा चंद्रिका ने भी कहा, “जिनहोने ने मतदान किया है, वे बहुत खुश हैं। आज यहां उत्सव का माहौल है। यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, हम सभी इतिहास का हिस्सा बन गए हैं।”
अपना कमेंट यहाँ डाले