हिंदू सेना ने महारानी विक्टोरिया की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने भारत को ‘निरंकुश मुगलों’ से मुक्त किया
जंतर मंतर पर महारानी विक्टोरिया को श्रद्धांजलि देते हुए हिन्दू सेना के सदस्य ।
नई दिल्ली: दक्षिणपंथी समूह हिंदू सेना ने मंगलवार को जंतर मंतर पर महारानी विक्टोरिया की 118 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने “भारत को मुगलों के निरंकुश शासन से मुक्त किया।”
जंतर मंतर पर कार्यक्रम के आयोजकों ने कहा कि यह पहली बार है जब उन्होंने महारानी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें “1857 में भारत की रियासतों को एकजुट करने” का श्रेय दिया।
राष्ट्रीय प्रवक्ता और हिंदू सेना के उपाध्यक्ष सुरजीत यादव ने दावा किया, “भारत के हजारों टुकड़ों हो चुके होते अगर ब्रिटिश नहीं होते। 1857 में बड़ी संख्या में रियासतों को एकजुट करने वाली ब्रिटिश सेना रानी के अधीन थी।”
Today @HinduSenaOrg organised program on death' anniversary Queen Victoria. pic.twitter.com/BFzFb8vWBZ
— Vishnu Gupta (@VishnuGupta_HS) 22 January 2019
यादव ने कहा, “अंग्रेजों ने हमारे मंदिरों को नष्ट नहीं किया, जैसा कि दूसरों ने किया था। उन्होंने हमें वह कानून दिया, जिसका हम आज भी पालन करते हैं।" उन्होंने यह भी दावा किया कि "अंग्रेजों ने हमें कानून, रेलवे, सड़क, संचार नेटवर्क, स्कूल, भवन आदि दिए हैं।”
यादव ने आगे कहा, “महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू जैसे नेता अपनी आवाज उठा सकते थे क्योंकि यह (ब्रिटिश) एक निरंकुश सरकार नहीं थी। उन्होंने 1882 में स्थानीय स्वशासन की अनुमति देकर भारतीयों को स्वतंत्रता का पहला स्वाद चखाया था।” उन्होंने दावा किया कि भारत में सभी जातियों में समानता के लिए प्रयास ब्रिटिश के शासन काल में हुआ।
इस संगठन के नेता विष्णु गुप्ता दिल्ली में कुछ प्रसिद्ध लोगों के करीबी बताए जाते हैं।
सुरजीत यादव ने आगे कहा: “उन्होंने (अंग्रेजों ने) महार रेजिमेंट का गठन किया। इससे पहले, बंगाल प्रेसीडेंसी में केवल उच्च जाति के लोगों को सेना में भर्ती होने की अनुमति थी। अगर दुनिया में सज्जन है, तो वह ब्रिटिश है।”
हिंदू सेना ने 2017 में नई दिल्ली में 7.1 किलोग्राम वजन वाले केक के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का जन्मदिन मनाया था।
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