उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 70 पार, जांच के लिए SIT गठित
नई दिल्ली: उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के दो जिलों में जहरीली शराब पीने से कम से कम 70 लोगों की जान चली गई है। इस मामलें में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उत्तराखंड में हरिद्वार जिले के एक गाँव में रविवार को 11 लोगों ने जहरीली शराब के सेवन के बाद दम तोड़ दिया।
लखनऊ में शनिवार शाम को जारी उत्तर प्रदेश सरकार के बयान के मुताबिक सहारनपुर जिले में 36 लोग जहरीली शराब पीने से मरे हैं। यह जिला उत्तराखंड से सटा हुआ हैं। गिरफ्तार हुए पिता-पुत्र जोड़ी, फकीरा और सोनू ने पुलिस को बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश से नकली शराब की खरीद की थी और इसे उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के बालूपुर और उसके पड़ोसी गांवों में बेच दिया था। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि जो शराब उन्होंने खरीदी थी, उसका सामान्य रंग था पर इसमें डीजल मिला हुआ था।
उत्तराखंड में हरिद्वार जिले और उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले में रहने वाले पीड़ितों ने एक रिश्तेदार की मौत के बाद तेहरवीं के दिन शराब का सेवन किया था। हरिद्वार पुलिस प्रमुख ने कहा है कि सहारनपुर के जिसने भी अवैध शराब का निर्माण किया था उन्हें पकड़ने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि उनके आवास पर छापे मारे गए हैं लेकिन वे भाग रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने अवैध शराब के धंधे में लिप्त पाए गए लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी,भले ही वे किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े हों। योगी ने शनिवार रात संवाददाताओं से कहा, “पूर्व में भी SP नेताओं द्वारा इस तरह की शरारती हरकतें सामने आई थीं। आजमगढ़, हरदोई, कानपुर और बाराबंकी में, SP नेताओं को पहले की घटनाओं में शामिल पाया गया। हम इस बार भी साजिश से इनकार नहीं कर सकते।”
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मौतों को लेकर राज्य में भाजपा सरकार की खिंचाई की। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सपा के गठबंधन सहयोगी बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने भी इस त्रासदी के लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा सरकारों को दोषी ठहराया।
जांच के लिए SIT गठित
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि जहरीली शराब से मौतों की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। SIT के अध्यक्ष एडीजी रेलवे संजय सिंघल होंगे। जबकि सहारनपुर के कमिश्नर चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, आईजी सहारनपुर शरद सचान, गोरखपुर के कमिश्नर अमित गुप्ता और आईजी जय नारायण सिंह सदस्य होंगे।
SIT को दस दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी होगी। उन्होंने बताया कि 6 से 10 फरवरी के बीच जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच यह SIT करेगी। इस दौरान SIT मृतकों के परिजनों के भी बयान दर्ज करेगी।
इस बीच सहारनपुर के लोगों ने मौत के विरोध में शहर में सड़क जाम कर दिया और योगी आदित्यनाथ सरकार से पीड़ित परिवार के लिए मुफ्त शिक्षा और सरकारी नौकरी की मांग की।
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