कांग्रेस ने बिहार में RJD के साथ गठबंधन के लिए की कम से कम 12 सीटों की मांग
नई दिल्ली: कांग्रेस बिहार में 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है और यह संकेत दे रही है कि वह 12 से कम सीटों से कम समझौता नहीं करेगी। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार RJD गठबंधन के लिए तैयार होने को कहकर “वैकल्पिक योजना’’ पर काम कर रही है।
अधिकांश महागठबंधन के दल 3 फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पटना रैली से पहले सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस अपनी ताकत दिखाने के लिए रैली करना चाहती है फिर रैली के बाद सीट-बंटवारे की घोषणा करना चाहती है।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख मायावती से मुलाकात की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन की घोषणा की है। हालांकि तेजस्वी ने मकर संक्रांति के दौरान बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ बोन्होमी के प्रदर्शन में भाग लिया था। RJD ने कथित रूप से गोपालगंज जैसी सीटें RLSP और अन्य दलों को नहीं दी हैं। RJD द्वारा गोपालगंज सीट को BSP को सौंपने की पेशकश के बारे में अटकलें लगाई जाती रही हैं।
RJD के एक सूत्र ने पुष्टि की कि वे “वैकल्पिक योजना’’ पर काम कर रहे हैं, हालांकि कांग्रेस के साथ बातचीत अभी तक विफल नहीं हुई है। सिर्फ तीन राज्यों में जीत के बाद कांग्रेस का राजनीतिक स्टॉक थोड़ा बढ़ गया है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह बिहार में अपनी लोकसभा की दो सीटों में सुधार कर सकते है। सूत्रों ने कहा कि RJD ने कांग्रेस को सात से आठ सीटें देने की पेशकश की थी।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि RJD पिछले लोकसभा चुनाव में लड़ी हुई 27 सीटों में से सिर्फ चार ही जीत सकती है। उन्होंने कहा,“यह एक विधानसभा चुनाव नहीं है। हम वह पार्टी हैं, जिसके साथ क्षेत्रीय दलों को साथ आना चाहिए। हमारी 10 से ज्यादा सीटों की मांग है।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी की तत्काल प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि राहुल की रैली पटना में सफल हो।
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