मुख्या चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट मामलों से चुनाव आयोग अशोक लवासा के खबरे ‘गैर-जरूरी’
नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शनिवार को चुनाव आयुक्त अशोक लवासा के विवादित चिट्ठी पर मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त किया एवं इसे "गैर-जरूरी" विवाद बताया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में खुद को चुनाव आयोग के तीन सदस्यीय पैनल से अलग कर लिया क्योंकि उन्हें लग रहा था कि उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
अरोड़ा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि आचार संहिता के मामलों को लेकर चुनाव आयोग की अंदरुनी गतिविधियों पर जो विवादित खबरें मीडिया में चल रही हैं, उसको टाला जा सकता था। अतीत में कई बार ऐसा हुआ है जब विचारों में मतभेद हुआ है, जो हो भी सकता है, और होना चाहिए। लेकिन, तब किसी सदस्य की अलग राय का मामला उसके रिटायरमेंट तक आयोग के भीतर ही रहता है।
इस बीच, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि लवासा के अरोरा को पत्र "चुनाव आयोग पर मोदी सरकार द्वारा लगाए जा रहे राजनीतिक दबाव को दर्शाती हैं। चुनाव आयोग का लवासा के टिप्पणियों को अपने निर्णयों में न शामिल करना चुनाव आयोग के संस्थागत अखंडता को गंभीर रूप से कलंकित करता है।”
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