बांदीपोरा बच्ची के साथ दुष्कर्म: विरोध प्रदर्शन के बीच जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने केस की जांच तेज़ करने का आदेश दिया 

Amit Raj  Tuesday 14th of May 2019 12:19 PM
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बच्ची के साथ दुष्कर्म के विरोध में कश्मीर घाटी में महिलाओं का एक प्रदर्शन।

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर घाटी में तीन वर्षीय बालिका से दुष्कर्म के विरोध में पूरे जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। रविवार और सोमवार को बांदीपोरा और श्रीनगर में लोगों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों ने अपराध करने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की है। अपराध की जघन्यता को ध्यान में रखते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को पुलिस को इस मामले में फास्टट्रैक के आधार पर जांच पूरी करने का आदेश दिया।

बांदीपोरा के समबल थाने ने नौ मई को पीड़ित परिवार द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जांच के लिए पहले ही विशेष जांच दल (SIT) गठित कर चुकी है।

इस मामले में एक संदिग्ध को पुलिस ने हिरासत में लिया है जिसके परिजनों का कहना है कि वो किशोर है, नाबालिग है। लेकिन पुलिस ने सोमवार को कहा कि हिरासत में लिए गए संदिग्ध की प्रारंभिक चिकित्सा जांच से पता चलता है कि वह किशोर नहीं है।

राज्यपाल के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, "राज्यपाल ने संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक को व्यक्तिगत रूप से जांच की निगरानी करने का निर्देश दिया है।"
प्रवक्ता के मुताबिक मलिक ने इस घटना पर नाराज़गी जताते हुए मामले में चल रही जांच की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि अभियुक्त की आयु को प्रमाणित करने और आयु प्रमाण पत्र की प्रामाणिकता का पता लगाने के लिए एक अलग जांच का भी आदेश दिया गया है।

प्रवक्ता के अनुसार राज्यपाल ने घाटी के लोगों को आश्वासन दिया है कि प्रशासन सार्वजनिक और सामान्य व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। किसी भी तरह की शिकायत होने पर पुलिस नियंत्रण कक्ष या कश्मीर संभागीय आयुक्त कार्यालय से संपर्क करें। उन्होंने जनता को भी अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी और कहा कि अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

परिजनों ने बच्ची के साथ हुई घटना पर शिकायत में कहा कि रमजान के पवित्र शाम के इफ्तार से ठीक पहले बच्ची को टॉफी का लालच देकर पहले तो घर से अगवा किया फिर सुनसान इलाके में ले जाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया।

इसके बाद बदहवास हालत में उसे वहीं छोड़कर चला गया। लड़की के लापता होने पर परिवार ने ढूंढना शुरू किया। काफी देर ढूंढने पर नज़दीक के स्कूल के पास से उसके रोने की आवाज आई। जब वे वहां पहंचे, तो उन्होंने पाया कि लड़की स्कूल के शौचालय के फर्श पर लेटी हुई थी और उसकी पतलून नीचे खींची हुई थी।

पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जब हम मौके पर पहुँचे, तो लड़का (संदिग्ध) वहाँ मौजूद था। वह हमें देखकर भाग गया और मैंने अपनी पत्नी को हमारी बेटी की देखभाल करने के लिए कहा और मैं उसे पकड़ने के लिए दौड़ा। हमारी बेटी बहुत बुरी हालत में थी।"

पुलिस ने संदिग्ध ताहिर अहमद मीर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और हिरासत में रखा है। संदिग्ध की गिरफ्तारी के बाद, एक स्थानीय स्कूल ने उसे एक नाबालिग के रूप में दिखाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत करके आरोपी को बचाने की कोशिश की, जिसे स्थानीय लोगों ने फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट बताकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।


 
 

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