आत्मनिर्भर अभियान: सरकार ने MSME के लिए ₹5.5 लाख करोड़ की घोषणा की
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करोनोवायरस से चोटिल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए ₹20 लाख करोड़ के बूस्टर पैकेज की घोषणा के एक दिन बाद सरकार ने बुधवार को पहली योजना का खुलासा किया। यह देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) में जीवन डालने पर केंद्रित है।
MSME को देश की अर्थव्यवस्था का रीड की हड्डी माना जाता है और कृषि के बाद दूसरा सबसे अधिक रोजगार देने वाला क्षेत्र है।
मंगलवार को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एक मीडिया ब्रीफिंग में इस बात का विवरण दिया कि ₹20 लाख करोड़ की पहली किस्त, जो कि ₹5.5 लाख करोड़ से अधिक हैं, उसका उपयोग कैसे किया जाएगा। सीतारमण ने ₹5.5 लाख करोड़ में से ₹3 लाख करोड़ MSME के लिए गिरवी-मुक्त आटोमेटिक ऋणों के गारंटी के रूप में घोषणा की, जो कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित आत्मनिर्भर भारत अभियान का एक हिस्सा है। इससे बैंकों को व्यवसायों और MSME को ऋण देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जो अपने व्यवसाय को पुनर्जीवित करने और चलाने के लिए आवश्यक ऋण पर पर्याप्त गिरवी (कोलैटरल) की पेशकश नहीं कर सकते। अब यदि व्यवसाय ऋण चुकाने पर लड़खड़ाता है, तो सरकार बैंक को भुगतान करेगी।
MSME सेक्टर, जो नवंबर 2016 से ₹500 और ₹1000 बैंक नोटों के विमुद्रीकरण (नोटबंदी) के चोट से उबर रहा था, उनको इस करोनावायरस लॉकडाउन के कारण सबसे ज़्यादा मार झेलन पड़ा है। इससे लाखों प्रवासी मजदूरों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी और शहरों में कम या बिना भोजन या पैसे के फंस गए। इसका परिणाम यह हुआ कि उनमें से हजारों लोग सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के आभाव में अपने मूल स्थानों के लिए भारी जोखिम उठाकर वापस यात्रा पर निकल पड़े।
वित्तमंत्री द्वारा की गई अन्य प्रमुख घोषणा कर्मचारियों के प्रोविडेंट फण्ड (PF) पर नियोक्ताओं के योगदान पर थी। सीतारमण ने कर्मचारियों के PF में नियोक्ताओं के योगदान में कमी की घोषणा की और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के भाग के रूप में शुरू की गई योजना को तीन महीने तक बढ़ा दिया, जिसके तहत सरकार नियोक्ता और कर्मचारी – दोनों की ओर से उन कर्मचारियों के वेतन में 12 प्रतिशत का PF में योगदान करती है जो 100 से काम श्रमिक वाले इकाइयों में काम करते हैं और प्रति माह ₹15,000 से कम आय करते है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के आत्मनिर्भर भारत अभियान पर पहला मीडिया ब्रीफिंग का पूरा वीडियो:
भारत में Covid-19 मामले 78,000 पार
भारत में बुधवार को करोनोवायरस मामले 78,000 के अंक को पार कर गया। देश में पिछले 24 घंटों में Covid-19 के 3,763 नए मामले और इस बीमारी के कारण 136 नई मौतें दर्ज की गईं।
इस बीच वैश्विक करोनावायरस मामलों की संख्या 44 लाख को पार कर गई है और वायरस के कारण मरने वालों की संख्या अब 300,000 के करीब है। संयुक्त राज्य में स्थिति विशेष रूप से गंभीर है क्योंकि देश में Covid-19 संक्रमणों की संख्या अब 14.2 लाख को पार कर गई है और मरने वालों की संख्या अब लगभग 85,000 है।
जॉन्स हॉपकिंस सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग के नवीनतम करोनावायरस के वैश्विक आँकड़े
नवीनतम भारत के करोनावायरस आँकड़े:
- पुष्टि: 78,055
- मृत्यु: 2,551
- रोगमुक्त: 26,400
नवीनतम विश्वव्यापी करोनावायरस आँकड़े:
- पुष्टि की गई: 4,412,601
- मृत्यु: 296,991
- रोगमुक्त: 1,648,099
करोनोवायरस संक्रमण वाले शीर्ष 5 देश:
- संयुक्त राज्य अमेरिका: 1,426,624
- स्पेन: 271,095
- रूस: 242,271
- यूनाइटेड किंगडम: 229,705
- इटली: 222,104
करोनावायरस से मौतों वाले शीर्ष 5 देश:
- संयुक्त राज्य अमेरिका: 84,945
- यूनाइटेड किंगडम: 33,186
- इटली: 31,106
- स्पेन: 27,104
- फ्रांस: 27,074
[स्रोत: वर्ल्डोमीटर ]
[यह खबर को अंतिम बार 14 मई, 2020 को सुबह 3.30 बजे किया गया है।]
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