अन्ना हजारे के अनशन का 5-वां दिन: लोकपाल न नियुक्त करने पर लौटाएंगे पद्म भूषण
अन्ना हजारे
नई दिल्ली: लोकपाल पर अपने गृह नगर रालेगांव सिद्धि में भूख हड़ताल कर रहे अन्ना हजारे ने कहा है कि अगर सरकार लोकपाल विधेयक को लागू नहीं करती है तो वह अपना पद्म भूषण पुरस्कार वापस लौटा देंगे। 30 जनवरी को अनशन शुरू करने के बाद से अन्ना हज़ारे का वज़न 3.75 किलो घट गया है।
महाराष्ट्र राज्य सरकार के एक प्रतिनिधि द्वारा उनसे मिलने के बाद भी हजारे ने कहा है कि वह अपना उपवास तब तक नहीं तोड़ेंगे जब तक कि लोकपाल केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त नहीं किया जाता है। हजारे ने यह भी कहा कि वह अगले सप्ताह पद्म भूषण लौटाएंगे ताकि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों के बारे में सरकार की निष्क्रियता पर नाराजगी व्यक्त की जा सके।
रविवार को जल संसाधन मंत्री गिरीश माजान ने रालेगांव सिद्धि में यादवबाबा मंदिर में हजारे से मुलाकात की थी। गिरीश ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से दस्तावेज सौंपे और हज़ारे को बताया कि कैसे राज्य सरकार और केंद्र सरकार हजारे द्वारा उठाए गए विभिन्न मांगों को पूरा करने की दिशा में काम कर रही हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे-पाटिल ने भी रविवार को हजारे से मुलाकात की। विखे-पाटिल ने कहा कि वे उनके आंदोलन का पूरा समर्थन करते हैं और उन्होंने अन्ना से भूख हड़ताल तोड़ने का अनुरोध किया है।
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