2019 लोकसभा चुनाव: मायावती और अखिलेश यादव ने गठबंधन का किया एलान, UP में 38-38 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव; कांग्रेस को रखा बाहर
नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र उत्तर प्रदेश में दो पुराने विरोधियो ने गठबंधन कर लिया है। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के ख़िलाफ एक साथ आने का फैसला किया है। 5 जनवरी को दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की आधिकारिक घोषणा हुई थी। लेकिन उस वक़्त ये साफ़ नहीं हो पाया था कि दोनों पार्टियों के बीच कितनी सीटों का बटवारा हुआ है।
38 -38 सीटों पर बनी सहमति:
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नई दिल्ली स्थित बसपा सुप्रीमो मायावती के बंगले पर हाल ही में उनसे मुलाकात भी की थी। उस वक्त भी दोनों नेताओं की तीन घंटे से अधिक चली बैठक में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर विस्तार से चर्चा हुई। सपा-बसपा दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर समझौते पर सहमति बन जाने की जानकारी स्वयं मायावती और अखिलेश यादव ने दी है। दोनों पार्टियाँ 38-38 सीटों पर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा के सीटों की संख्या 80 है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहाँ से 73 सीटें जीती थी। इसीलिए इस का चुनाव और दिलचस्प हो जाता है कि भाजपा की घेराबंदी करने सपा और बसपा का यह गठबंधन कामयाब होता है कि नहीं। दोनों पार्टियों ने मिलकर 76 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बाकी बची चार सीटों में दो राय बरेली और अमेठी की है संभवतः यह कांग्रेस के लिए छोड़ी गयी हैं। इसके अलावा दो सीटों को माना जा रहा है कि इस गठबंधन की सहयोगी पार्टी रालोद (RLD) के लिए छोड़ी गयी है।
बिहार में महागठबंधन की तर्ज़ पर NDA और भाजपा के खिलाफ उत्तर प्रदेश में यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए काफी अहमियत रखता है। कुछ दिन पहले भी अखिलेश की बसपा के कुछ महत्वपूर्ण नेताओं से दिल्ली में मुलाकात हुई थी। इसमें सीटों के बंटवारे पर भी बात हुई थी। सीटों के बंटवारे से स्पष्ट हो गया है कि मायावती और अखिलेश ने कांग्रेस को गठबंधन से बाहर ही रखने पर मुहर लगा दी है।
अखिलेश यादव और मायावती के संयुक्त न्यूज़ कांफ्रेंस यहाँ देखे:
अपना कमेंट यहाँ डाले