मतगणना के दौरान हिंसा के आशंका को लेकर गृह मंत्रालय ने जारी किया सुरक्षा अलर्ट
नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने गुरुवार 23 मई को मतगणना के दिन देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की संभावना के बारे में राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को सचेत करते हुए अलर्ट जारी किया है। मंत्रालय ने EVM को लेकर हिंसा की आशंका जताई है। इस संबंध में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कानून-व्यवस्था और सार्वजनिक शांति बनाए रखने के लिए कहा गया है।
अलर्ट में मंत्रालय की तरफ से मतगणना के स्थानों के लिए पर्याप्त उपाय करने के लिए कहा गया है। यह अलर्ट वोटों की गिनती के दिन हिंसा को उकसाने व्यवधान पैदा करने वालें बयानों के मद्देनजर जारी किया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि अधिसूचना केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को प्राप्त हुई थी कि कुछ संगठनों और व्यक्तियों, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और त्रिपुरा में कुछ बयान दिए गए हैं, जिससे मतगणना प्रक्रिया में हिंसा और व्यवधान हो सकता है।
मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है: “गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को कल मतगणना के सिलसिले में देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा भड़कने की आशंका के बारे में सूचित किया है।”
बयान में आगे कहा गया है: “यह अलर्ट हिंसा भड़काने के आह्वानों को मद्देनजर रख कर दिया गया हैं।”
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में सेना की तैनाती के बावजूद हर चरण में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। चुनाव खत्म होने के बाद कई संगठनों द्वारा हिंसात्मक बयान दिए गए हैं जिससे अराजकता का माहौल फैल सकता है इसको ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने ये आदेश जारी किया है।
वहीं बिहार के राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा था कि वे एग्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के समर्थकों को नीचा दिखाने के लिए जान बूझकर एग्जिट पोल का सहारा लिया जा रहा है। कुशवाहा ने हिंसा की धमकी देते हुए कहा कि लोगों में इतना आक्रोश है कि अगर कोई खून खराबा होता है तो इसके जिम्मेदार नीतीश कुमार और केंद्र की सरकार होगी। उन्होंने कहा था कि अगर रिजल्ट में गड़बड़ी की घटना हुई तो सड़कों पर खून बहेगा।
11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में लोकसभा चुनाव हुए थे। मतगणना गुरुवार को होगी।
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