2019 लोकसभा चुनाव में 353 सीट जीतने के बाद भाजपा ने नेतृत्व वाली NDA राज्यसभा में वर्चस्व की ओर बढ़ रही हैं 

Amit Raj  Tuesday 28th of May 2019 03:31 PM
(24) (3)

नई दिल्ली: भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के 2021 तक राज्यसभा पर हावी होने की संभावना है, जो सरकार को स्पष्ट कानून बनाने के लिए स्वतंत्र हाथ देगा।

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय चुनाव में 543 सदस्यीय लोकसभा में 303 सीटें जीतीं, और अपने सहयोगियों के साथ 353 सीटें हासिल कीं। सत्तारूढ़ गठबंधन के पास वर्तमान में 250 सदस्यीय राज्यसभा में 99 सदस्य हैं और बहुमत के लिए उसे 124 की आवश्यकता है। विपक्ष के पास 65 हैं।

लोकसभा चुनावों में भाजपा को मिली बंपर जीत के बाद अब पार्टी के लिए सहयोगियों की जरूरत और भी कम हो जाएगी। राज्यसभा में भाजपा को अकेले 2021-22 तक बहुमत मिल सकता है। राज्यसभा में बहुमत के लिए भाजपा को 24 और सांसदों की जरूरत है। मौजूदा समीकरणों को देखते हुए 2021 तक इस आंकड़े तक भाजपा पहुंच सकती है।

दोनों सदनों में बहुमत के साथ ही सरकार के लिए महत्वपूर्ण बिलों को पास कराना बहुत आसान हो जाएगा। किसी भी महत्वपूर्ण बिल को पास कराने के लिए बहुमत के बाद सरकार को अन्य दलों के सहयोग की जरूरत नहीं होगी।

NDA के खेमे में अगले साल नवंबर तक लगभग 18 सीटें और जुड़ जाएंगी। एनडीए को कुछ नामित, निर्दलीय और असंबद्ध सदस्यों का भी समर्थन मिल सकता है। राज्यसभा में आधी संख्या 123 है, और ऊपरी सदन के सदस्यों का चुनाव राज्य विधानसभा के सदस्य करते हैं। अगले साल नवंबर में उत्तर प्रदेश में खाली होने वाली राज्यसभा की 10 में से अधिकांश सीटें भाजपा जीतेगी। इनमें से नौ सीटें विपक्षी दलों के पास हैं। इनमें से छह समाजवादी पार्टी के पास, दो बहुजन समाज पार्टी और एक कांग्रेस के पास है।

हालांकि महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में इसी साल चुनाव होने हैं और 2020 में होने वाले राज्यसभा चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन इन तीन राज्यों में होने वाले चुनाव में आई सीटों पर निर्भर करेगा।

भाजपा के मौजूदा प्रदर्शन के मद्देनजर इस राज्यों में भाजपा पहले से ज्यादा सीट लेकर आएगी। गौरतलब है कि लोकसभा में सांसद सीधा जनता के वोट से चुन कर आते हैं। जबकि राज्यसभा में विधायक के मत से सांसद चुने जाते हैं।


 
 

रिलेटेड

 
 

अपना कमेंट यहाँ डाले