नागरिकता विधेयक पर विरोध के बावजूद AGP ने लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ किया गठबंधन
नई दिल्ली: असम गण परिषद (AGP) द्वारा नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर असम में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने के दो महीने बाद दोनों दलों ने फिर से गठबंधन किया है और लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने का फैसला किया है। भाजपा महासचिव राम माधव ने AGP अध्यक्ष अतुल बोरा और अन्य के बीच एक बैठक में गठबंधन को अंतिम रूप दिया गया।
बुधवार को माधव ने एक फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि चर्चा के बाद भाजपा और AGP ने कांग्रेस को हराने के लिए असम में आगामी संसदीय चुनाव में एक साथ लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने यह भी कहा कि बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट गठबंधन में तीसरा भागीदार होगा।
असम सरकार में वरिष्ठ मंत्री और उत्तर-पूर्व में भाजपा के मुख्य नेता हिमांता बिस्वा सरमा ने घोषणा की कि जिन AGP मंत्रियों ने जनवरी में अपने पद छोड़ दिए थे, वे अब लौट आएंगे।
Happy to inform ~ from today 3 AGP ministers who had submitted their resignations from Assam govt will resume office. Also glad to share that @BJP4Assam #AGP & Bodoland People’s Front have sealed alliance for upcoming #LokSabhaElections2019@narendramodi @AmitShah @rammadhavbjp pic.twitter.com/nqZFir4rR1
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) 13 March 2019
हालांकि AGP प्रमुख ने चुनाव के दौरान नागरिकता (संशोधन) विधेयक और उस पर पार्टी के रुख के बारे में किसी भी प्रश्न का जवाब नहीं दिया।
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