केंद्रीय मंत्रिमंडल में JD(U) के 1 ‘सांकेतिक’ सीट से इनकार करने के बाद नीतीश कुमार बिहार में भाजपा को दिया 1 मंत्रिपद
नई दिल्ली: बिहार में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) गठबंधन के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने कैबिनेट में विस्तार किया जिसमें राज्यपाल लालजी टंडन ने आठ नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। जनता दाल (यूनाइटेड) (JD(U)) ने केवल अपने कोटे से ही मंत्रिमंडल में मंत्रियों को शामिल किया है। इसमें JD(U) के सहयोगी दल भाजपा को शामिल नहीं किया गया है। भाजपा के कोटे का एक पद खाली पड़ा है, लेकिन उसके बाद भी उसके एक भी मंत्री को शामिल नहीं किया गया।
नीतीश मंत्रिमंडल में नरेंद्र नारायण यादव, अशोक चौधरी, श्याम रजक, बीमा भारती, राम सेवक सिंह, लक्षमेश्वर राय, संजय झा और नीरज कुमार को शामिल किया गया है।
माना जा रहा है की JD(U) ने नरेंद्र मोदी सरकार में जगह नहीं दिए जाने पर भाजपा को जवाब दिया है। बता दें की भाजपा ने JD(U) को केंद्र में एक मंत्री पद की पेशकश की थी, जिससे असंतुष्ट होने पर JD(U) ने केंद्र सरकार से बाहर रहने का फैसला किया। दरसल JD(U) अनुपातिक आधार पर सरकार में हिस्सेदारी चाहती थी।
केसी त्यागी ने कहा कि, “भाजपा को लोकसभा में पूर्ण बहुमत प्राप्त है। उसके जेडीयू के समर्थन के लिए परेशान होने का कोई सवाल नहीं है। जहां तक जेडीयू की बात है, पार्टी NDA में मजबूती के साथ है। हां, पार्टी भविष्य में भी नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल नहीं होगी। यह अंतिम फैसला है।”
राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा, “NDA में सब ठीक नहीं है। नीतीश कुमार ने केंद्र में मिली शर्मिंदगी का बदला लिया है।”
वहीं दूसरी ओर बिहार के उप मुख्यमंत्री और बिहार भाजपा अध्यक्ष सुशील मोदी ने इस पर सफाई देते हुए ट्वीट किया और लिखा है, "नीतीश कुमार ने भाजपा कोटे की खाली पड़ी मंत्री सीट को भरने को ऑफर दिया था. लेकिन भाजपा ने इसे भविष्य में भरने का फैसला किया है।"
Nitish Kumar has offered Bjp to fill the vacant ministerial seat.Bjp decided to fill it in future .
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) June 2, 2019
नीतीश कुमार ने भी राजभवन में संवाददाताओं से बात करते हुए सुशील मोदी की बातों को दुहराया और कहा कि सहयोगी दलों के बीच किसी भी दरार की गुंजाईश नहीं है उन्होंने कहा, "JD(U) और भाजपा के बीच सब कुछ ठीक है, भाजपा नेता किसी व्यक्ति को कैबिनेट पद के लिए नामित करने के इच्छुक नहीं थे। राज्य मंत्रिमंडल में JD(U) कोटे से आठ रिक्तियां थीं। अन्य सहयोगी दल की रिक्तियां काफी कम हैं । इसलिए, रविवार को केवल JD(U) नेताओं को शामिल किया गया था।”
अपना कमेंट यहाँ डाले