तेज हजारिका ने कहा ‘पिता के लिए भारत रत्न प्राप्त करना मेरे लिए सपने जैसा’  

Team Suno Neta Friday 15th of February 2019 02:53 PM
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भूपेन हजारिका 

भूपेन हजारिका के बेटे तेज हजारिका ने भारत रत्न पर हो रहे एक बड़े विवाद को रोक दिया है। 67 वर्षीय तेज ने कहा कि अपने पिता के लिए भारत रत्न प्राप्त करना उनके लिए स्वप्निल विशेषाधिकार प्राप्त करना होगा।

तेज हजारिका ने कहा, “उनके लिए यह पुरस्कार प्राप्त करना एक स्वप्निल विशेषाधिकार प्राप्त करना होगा। उनके पिता और उनके प्रशंसकों और अनुयायियों के लिए यह सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। भारत सरकार ने मुझे अपने पिता के लिए भारत रत्न स्वीकार करने का निमंत्रण दिया है। मेरे और मेरे परिवार के लिए मेरे दिवंगत पिता की ओर से भारत रत्न स्वीकार करने के लिए सरकार द्वारा आमंत्रित किया जाना एक बहुत बड़ा सम्मान है। हमेशा की तरह मैं अपने पिता के नक्शेकदम पर चलने का प्रयास करूंगा और जहां अंधेरा है वहां रोशनी लाने के लिए काम करुंगा।”

तेज ने कहा कि भूपेन हजारिका ने बहुत त्याग किया और निस्वार्थ रूप से प्रगतिशील भारत के  के लिए अपने आप को समर्पित किया और अब उन्हें इस पुरस्कार के लिए अच्छी तरह से पहचाना जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा भारतीय गणराज्य के लिए सर्वोच्च सम्मान रखता हूं।

सोमवार को असम के एक स्थानीय प्रकाशन में अमेरिका में रहने वाले तेज का साक्षात्कार हुआ जिसमें खबर दी गई कि उन्होंने नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2016के कारण भारत रत्न को अस्वीकार कर दिया है पर तेज ने तब सार्वजनिक बयान में स्पष्ट किया था कि उन्हें तब तक कोई निमंत्रण नहीं मिला था। और पुरस्कार को अस्वीकार करने के लिए कुछ ऐसा कारण भी नहीं है।

नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2016 जिसमें छह धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों तीन पड़ोसी देशों के नागरिक अधिकारों को सक्षम करके नागरिकता अधिनियम 1955 में संशोधन करने का प्रयास किया गया है।

तेज हजारिका भूपेन हजारिका फाउंडेशन के संस्थापक हैं जो गुवाहाटी में स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था है। यह फाउंडेशन डा. भूपेन हजारिका की बारीकियों और सहानुभूतिपूर्ण धारणाओं के माध्यम से पूर्वोत्तर की समृद्ध संस्कृतियों और परंपराओं को विदेशों में राष्ट्र को प्रस्तुत करती है।


 
 

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