राहुल गाँधी ने कहा ‘बिना ज्यूरी के अवार्ड जीतने पर मोदी को बधाई’
राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने मंगलवार को “विश्व प्रसिद्ध कोटलर प्रेसिडेंशियल अवार्ड” जीतने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया, “मैं विश्व प्रसिद्ध ‘कोटलर प्रेसिडेंशियल अवार्ड’ जीतने पर अपने प्रधानमंत्री को बधाई देना चाहता हूं। वास्तव में यह इतना प्रसिद्ध है कि इसमें कोई ज्यूरी भी नहीं है, इसे पहले कभी नहीं दिया गया और लगता है पहले इसे नज़रअंदाज़ कर दिया गया।” राहुल गाँधी ने यह टिप्पणी मोदी के ऊपर कटाक्ष करते हुए की।
I want to congratulate our PM, on winning the world famous “Kotler Presidential Award”!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) 15 January 2019
In fact it's so famous it has no jury, has never been given out before & is backed by an unheard of Aligarh company.
Event Partners: Patanjali & Republic TV :)https://t.co/449Vk9Ybmz
RJD नेता तेजस्वी यादव ने भी मोदी पर आलोचनात्मक ट्वीट करते हुए राहुल गांधी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा: “अनोखे, असामान्य और आश्चर्यजनक" पुरस्कार के लिए कोटि-कोटि बधाई।”
परम आदरणीय प्रधानमंत्री जी को अद्वितीय अनोखा, अनूठा और अद्भुत अवार्ड मिलने पर कोटि-कोटि बधाई।
परम आदरणीय प्रधानमंत्री जी को अद्वितीय अनोखा, अनूठा और अद्भुत अवार्ड मिलने पर कोटि-कोटि बधाई। https://t.co/A4XFSXqnjE
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 15, 2019
इसके तुरंत बाद वामपंथी नेता सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया: “नरेंद्र मोदी को दुनिया का सबसे पहला 'गोपनीय पुरस्कार' जीतने पर मेरी व्यक्तिगत बधाई।” कोई और इस पुरस्कार को नहीं जीत सकता था।”
My personal congratulations to Narendra Modi for winning the world's 'first-ever' 'very confidential award'. No one else could have won this award. https://t.co/wqxBu6rKPL
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) 15 January 2019
न्यूज पोर्टल वायर ने अवार्ड पर एक जांच की और पाया: “वर्ल्ड मार्केटिंग समिट इंडिया द्वारा फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवार्ड का आयोजन दिसंबर में एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गेल इंडिया, और बाबा रामदेव की पतंजलि समूह द्वारा आयोजित किया गया था। रिपब्लिक टीवी (बीजेपी सांसद राजीव चंद्रशेखर स्वामित्ववाली), और कई अन्य कंपनियों और WMS18 - दिल्ली 'शिखर सम्मेलन' की वेबसाइटों पर भी फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवार्ड का कोई उल्लेख नहीं है।” बाद में, वायर ने अपने रहस्य को और पुख्ता करते हुए पुरस्कार के सम्बन्ध में एक सऊदी लिंक भी पाया।
इस स्टोरी को 15 जनवरी की रात 11 बजकर 8 मिनट पर अपडेट किया गया है।
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