ओवैसी ने सरकार से कहा 'समलैंगिकता सही तो ट्रिपल तलाक अपराध क्यों?'
गुरुवार को ट्रिपल तलाक विधेयक का विरोध करते हुए AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने समलैंगिकता और वयस्क कानून को सही बताने और ट्रिपल तलाक को अपराध करार देने पर सरकार से इसका कारण पूछा है।
जब सुप्रीम कोर्ट द्वारा सबरीमाला फैसला दिया गया था तब आप विश्वास के बारे में बात करते थे। क्या मुसलमानों में आपका विश्वास नहीं है? आपका विश्वास विश्वास है लेकिन मेरा विश्वास विश्वास नहीं है? क्या यह संस्कृति का उल्लंघन नहीं है? क्या यह संविधान के अनुच्छेद 29 (सांस्कृतिक और शैक्षिक अधिकारों, अल्पसंख्यकों के हितों की सुरक्षा) का उल्लंघन नहीं है?
ओवैसी ने सबरीमाला के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि मंदिर में मासिक धर्म की उम्र वाली महिलाओं के प्रवेश की अनुमति मिलना सही है। SC द्वारा समलैंगिकता को सही करार दिया जाना सही है पर ट्रिपल तलाक को आप अपराधीकरण करार दे रहे हैं। यह क्यों किया जा रहा है? यह हमारे (मुस्लिम समुदाय) के खिलाफ किया जा रहा है।
ओवैसी ने कहा कि वह इस विधेयक का विरोध करते हैं क्योंकि यह संविधान के तहत मूलभूत अधिकारों का उल्लंघन है। “मैं इस विधेयक का अनुच्छेद 14,15,26 और 29 के आधार पर विरोध कर रहा हूं। संविधान विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास और स्वतंत्रता की गारंटी देता है।’’
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